यूपी चुनाव 2017: उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में छिपा है भाजपा का विनिंग प्लान
भाजपा के मन में क्या है.. उम्मीदवारों की पहली लिस्ट से इसकी तस्वीर साफ दिख जाएगी।
नई दिल्ली[गुणातीत ओझा]। केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद भाजपा की नजर उत्तर प्रदेश की सत्ता पर है। उत्तर प्रदेश को भगवामय करने के लिए भाजपा हर वो दांव चल रही है जिससे जीत का रास्ता आसान हो जाए। इसका अंदाजा भाजपा के उम्मीदवारों की जारी पहली लिस्ट से ही हो रहा है कि पार्टी पूरी तैयारी में हैं। भाजपा का यूपी विनिंग प्लान और विरोधी दलों के सूरमाओं को चित करने की रणनीति उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में ही छिपी है। लिस्ट को बारीकी से खंगालने के बाद भाजपा का यूपी में रोडमैप समझा जा सकता है।
यूपी चुनाव के लिए भाजपा ने दलबदलू नेताओं पर भारोसा जताया है। इसके साथ ही महिलाओं को भी तरजीह दी गई है। हैरानी की बात यह कि भाजपा की पहली सूची में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार का नाम नहीं है। लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिवारवाद से दूरी भी देखने को नहीं मिली। नेताओं के बेटे और करीबियों को भी टिकट बांटे गए हैं। भाजपा ने टिकट बांटते वक्त जातीय समीकरण को भी ध्यान में रखा है। सीधे कहें तो भाजपा के मन में क्या है.. उम्मीदवारों की पहली लिस्ट से इसकी तस्वीर साफ दिख जाएगी।
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उम्मीदवारों की लिस्ट से निकला भाजपा का चुनाव प्लान
- दूसरे दल के विजेता विधायकों को मिला टिकट
- जीत के लिए भाजपा ने खेला है जातीय कार्ड, ओबीसी उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा
- दंगा आरोपी नेताओं को भी भाजपा ने दिया टिकट
- मुस्लिम उम्मीदवार एक भी नहीं, 11 महिलाओं को मिला टिकट
- पार्टी ने अपने विधायकों पर भी जताया है भरोसा, मौजूदा विधायकों को भी दिया गया टिकट
- पार्टी ने अपने 42 विधायकों को फिर से दिया है मौका
- 20 ऐसे उम्मीदवार जिन्हें 2012 के विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
- भाजपा का पिछड़ा कार्ड, करीब 60 उम्मीदवार अति पिछड़ी जाति के
- जाट, गुज्जर, लोध समेत शाक्य, मौर्य, कश्यप, लोधी, गुर्जर, कुशवाहा, सैनी बिरादरी को मिला टिकट
- अगड़ी जातियों में सबसे ज्यादा ठाकुरों पर भरोसा, लिस्ट में 26 ठाकुर, 15 ब्राह्मण
दूसरे दल के इन नेताओं पर भाजपा का भरोसा
भाजपा की जारी पहली उम्मीदवारों की लिस्ट में करीब ऐसे 24 उम्मीदवार हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले ही भाजपा का दामन थामा है। रमेश तोमर का इस सूची में बड़ा नाम है। कांग्रेस का साथ छोड़कर रमेश तोमर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए और उन्हें टिकट भी मिल गया है। रमेश तोमर धौलाना विधानसभा से भाजपा के लिए ताल ठोकेंगे। इसके बाद बड़ा नाम सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राजा अरिदमन सिंह की पत्नी पक्षालिका सिंह का है। वे आगरा की बाह सीट से भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी। वहीं, राजा अरिदमन सिंह को टिकट नहीं मिल पाया। इसे अलावा बीएसपी के सात विधायक, आरएलडी के दो विधायक और कांग्रेस के एक विधायक को भी भाजपा ने टिकट दिया है।
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लिस्ट में दंगे के आरोपी विधायक भी
भाजपा मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपी विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा को भी टिकट देने में पीछे नहीं रही। संगीत सोम सरधना विधानसभा सीट से और सुरेश राणा थाना भवन विधानसभा सीट से भाजपा का प्रतिनिधित्व करेंगे। दंगे के आरोपी ऐश्वर्य चौधरी की पत्नी शुचि मौसम चौधरी को भी भाजपा ने टिकट दिया है।
भाजपा के लिस्ट में नहीं दिखी मोदी की परिवारवाद से दूरी
हमेशा से परिवारवाद की खिलाफत करते आए पीएम मोदी की टीम भाजपा ने टिकट वितरण में इससे परहेज नहीं की है। भाजपा ने पार्टी सांसद राजवीर सिंह के बेटे संदीप सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। संदीप सिंह को अलीगढ़ के अतरौली से टिकट मिला है। संदीप सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेता व राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के पौत्र हैं। इतना ही नहीं चर्चा यह भी है कि नोएडा से गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को भाजपा से टिकट मिल सकता है।