शिवसेना को रास नहीं आ रही शाल-साड़ी कूटनीति
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सीमा पर पाकिस्तानी फाय¨रग में सेना के एक जवान की मौत से राजग घटक शिवसेना बेहद गुस्से में है। उसने पाकिस्तान के साथ दोस्ताना संबंध के लिए मोदी सरकार के शाल-साड़ी कूटनीति पर सवालिया निशान लगा दिया है। स्पष्ट कह दिया है कि उसे सरकार की यह दोस्ताना कूटनीति पसंद नहीं है। श्ि
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सीमा पर पाकिस्तानी फाय¨रग में सेना के एक जवान की मौत से राजग घटक शिवसेना बेहद गुस्से में है। उसने पाकिस्तान के साथ दोस्ताना संबंध के लिए मोदी सरकार के शाल-साड़ी कूटनीति पर सवालिया निशान लगा दिया है। स्पष्ट कह दिया है कि उसे सरकार की यह दोस्ताना कूटनीति पसंद नहीं है। शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है, 'ये शाल-साड़ी कूटनीति है क्या? पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए। जवान की मौत का करारा जवाब दिया जाना चाहिए।'
राउत मंगलवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'क्या हमें केवल अपने शहीद जवानों की गिनती ही करनी चाहिए। अगर पाकिस्तानियों ने हमारे एक जवानों को मारा है तो हमें दस पाकिस्तानी सैनिक को मारना चाहिए। पाकिस्तान को यही करारा जवाब होगा।' एक सवाल के जवाब में शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादक ने कहा, 'पाकिस्तान से बातचीत का कोई फायदा नहीं। उसे उसकी ही भाषा में जवाब देने की जरूरत है। पहले भी हमारा रुख यही था, आज जब सरकार का हिस्सा हैं तो भी यही दृष्टिकोण है।' ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में भाग लेने के लिए जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नई दिल्ली आए थे तो मोदी ने शरीफ की मां के लिए शाल भेंट किया था। बाद में शरीफ ने भी पीएम की मां के लिए पाकिस्तान से सफेद साड़ी का तोहफा भेजा था। संजय राउत ने उसी घटनाक्रम पर व्यंग्य करते हुए पाकिस्तान से बातचीत बंद करने की मांग की।
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