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    अब हकीकत में फाइटर प्लेन उड़ाएंगी अवनी

    By anand rajEdited By:
    Updated: Sun, 19 Jun 2016 04:47 AM (IST)

    पिता की सीख और बेटी की लगन से रीवा की अवनी के सपने साकार हुए। अब वो हकीकत में फाइटर प्लेन उड़ाएगी ...और पढ़ें

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    नई दुनिया ब्यूरो, रीवा : हवाई जहाज और फाइटर प्लेन के खिलौनों से खेलने वाली रीवा की अवनी चतुर्वेदी अब हकीकत में फाइटर प्लेन उड़ाएंगी। अवनी के पिता दिनकर चतुर्वेदी रीवा जिले में बाणसागर परियोजना में इंजीनियर हैं। वह कहते थे कि बेटी मैं चाहे कितनी ही ईमानदारी से काम करूं, लोग हमेशा संदेह की नजरों से देखते हैं। तुम ऐसा कुछ करना कि लोग जब तुम्हारा नाम लें तो गर्व कर सकें।

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    उनकी बेटी अब देश की पहली तीन महिला फाइटर प्लेन पायलट में शामिल हो गई है। पिता की सीख और बेटी की लगन ने आज दोनों के सपने पूरे कर दिए। बेटी की सफलता की दुआ मांगने उनके माता-पिता वैष्णोदेवी की यात्रा पर गए हुए थे। वहां से सीधे बेटी से मिलने के लिए रवाना हो गए।

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    कुछ दिन पहले अवनी की मां सविता चतुर्वेदी ने कहा था कि मेरी बेटी का नाम भी एक दिन कल्पना चावला की तरह आसमान में लिखा जाएगा। मां सविता चतुर्वेदी गृहिणी हैं। बडे़ भाई निरभ्र चतुर्वेदी दिल्ली में कैप्टन हैं और इस समय विशेष ट्रेनिंग कर रहे हैं।

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    मां बताती हैं कि कल्पना चावला की दुर्घटना में मौत हो गई थी। हम लोग घर में बैठकर चर्चा कर रहे थे। उस समय अवनी महज 10 से 11 साल की थी। उसको घर में सभी बुलबुल बुलाते हैं। चर्चा के दौरान उसने अचानक ही बोला था कि मां चिंता मत करो, मैं भी कल्पना की तरह देश में नाम कमाऊंगी। लेकिन वह एयरफोर्स में पायलट बनेगी यह मैंने सपने में भी नहीं सोचा था।

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