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    प्राधिकरण करेगा केदार यात्रा का संचालन

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    Updated: Tue, 03 Sep 2013 09:09 AM (IST)

    उत्तराखंड में जल प्रलय की भीषण तबाही से सबक लेकर देवों के देव महादेव के धाम केदारनाथ की यात्र को अब वैष्णोदेवी की तर्ज पर नियोजित और नियंत्रित किया जाएगा। इसके लिए केदारनाथ विकास प्राधिकरण [केडीए] हफ्तेभर में गठित होगा। खास बात है कि यह प्राधिकरण यात्र के संचालन से लेकर आपदा से तहस-नहस हुई समूची केदारघाटी में पुनर्निर्माण कार्यो का जिम्मा भी संभालेगा।

    देहरादून, रविंद्र बड़थ्वाल। उत्तराखंड में जल प्रलय की भीषण तबाही से सबक लेकर देवों के देव महादेव के धाम केदारनाथ की यात्रा को अब वैष्णोदेवी की तर्ज पर नियोजित और नियंत्रित किया जाएगा। इसके लिए केदारनाथ विकास प्राधिकरण [केडीए] हफ्तेभर में गठित होगा। खास बात है कि यह प्राधिकरण यात्रा के संचालन से लेकर आपदा से तहस-नहस हुई समूची केदारघाटी में पुनर्निर्माण कार्यो का जिम्मा भी संभालेगा।

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    16 व 17 जून को जल प्रलय ने प्रमुख चार तीर्थस्थलों में शामिल केदारनाथ धाम में भारी तबाही मचाई। आपदा के बाद से हजारों श्रद्धालु लापता हैं। माना जा रहा है कि जल प्रलय के मलबे में दबकर इनकी मौत हो चुकी है। आपदा से केदारनाथ मंदिर को छोड़कर मंदिर परिसर क्षेत्र ध्वस्त हो चुका है। इस दुर्घटना से चेती सरकार ने तय किया है कि केदारनाथ यात्रा को वैष्णोदेवी की तर्ज पर दुरुस्त किया जाएगा। इसके लिए केडीए के गठन की कवायद शुरू हो गई है। नए प्राधिकरण के लिए नए अधिनियम की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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    उत्तराखंड विशेष क्षेत्र [(पर्यटन का नियोजित विकास व उन्नयन] अधिनियम-2013 पहले से ही अस्तित्व में है। इसके तहत क्षेत्र विशेष के लिए पर्यटन प्राधिकरण का गठन किया जा सकता है। आपदा ने जिस तरह केदारनाथ समेत समूची केदारघाटी में तबाही मचाई, उसके मद्देनजर नए प्राधिकरण की भूमिका महत्वपूर्ण बनाई गई है। प्राधिकरण का दायरा महज स्थल विकास तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इस पर सामान्य रूप से यात्रा संचालन का जिम्मा भी होगा। यात्रा का स्वरूप, लोगों की संख्या, यात्रा अवधि, उनकी आवाजाही का पूरा ब्योरा प्राधिकरण के पास रहेगा। केदारनाथ, रामबाड़ा, गौरीकुंड, गुप्तकाशी समेत आपदा की जद में आई केदारघाटी में पुनर्निर्माण का कार्य भी उसे सौंपा जाएगा। क्षेत्र में ध्वस्त सड़कों का पुनर्निर्माण, रोपवे के लिए स्थानों का चिन्हीकरण, आवासीय व्यवस्था का मास्टर प्लान केडीए तैयार करेगा।

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