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    अंदरूनी कलह में घिरा पाक, PoK समेत दो सूबों में लग रहे आजादी के नारे

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Mon, 08 May 2017 11:08 PM (IST)

    पाक के सिंध और बलूचिस्‍तान में लगातार आजादी और पाक विरोधी नारे लग रहे हैं। पीओके में भी यही हाल है। अपना घर संभालने में नाकाम पाक जम्‍मू कश्‍मीर पाने का ख्‍वाब संजोए हुए है।

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    अंदरूनी कलह में घिरा पाक, PoK समेत दो सूबों में लग रहे आजादी के नारे

    नई दिल्‍ली (स्‍पेशल डेस्‍क)। जम्‍मू कश्‍मीर को भारत से हर हाल में छीन लेने का दावा करने वाले पाकिस्‍तान से अपने घर की बिगड़ती स्थिति संभाली नहीं जा रही है। पाकिस्‍तान के विभिन्‍न सूबे जिसमें बलूचिस्‍तान, सिंध शामिल हैं, में आजादी के नारे लग रहे हैं। इतना ही नहीं पाक अधिकृत कश्‍मीर में भी पाकिस्‍तान विरोधी नारे और आजादी के नारों की गूंज सुनाई दे रही है। इन सभी के बावजूद पाकिस्‍तान जम्‍मू कश्‍मीर को पाने का ख्‍वाब संजाेए बैठा है।

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    भारत की नहीं कोई साजिश

    पाकिस्‍तान में उठ रहे विरोधी स्‍वर या पाकिस्‍तान के खिलाफ लगने वालों नारों के पीछे न तो भारत की कोई साजिश है और न ही इसमें भारत की कोई दखल है। यह नारे पाकिस्‍तान के उन बड़े सूबों में उठ रहे हैं जो उसके साथ उसके गठन से जुड़े हैं। यहां पर रहने वाले लोग जिस आजादी और खुशहाली का सपना देखकर पाकिस्‍तान में शामिल हुए वह अब उन्‍हें कहीं से भी साकार होते दिखाई नहीं दे रहे हैं, यही वजह है कि पाकिस्‍तान के बलूचिस्‍तान, पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर, सिंध समेत कुछ और इलाकों में आजादी के नारे लग रहे हैं।

    अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर उठ रहे आजाद बलूचिस्‍तान के स्‍वर

    बलूचिस्‍तान में उठ रहे पाकिस्‍तान विरोधी स्‍वर अब अंतरराष्‍ट्रीय मंच से भी उठाए जा रहे हैं। बलूच लोगों की तरफ से काफी समय से पाकिस्‍तान से आजादी की मांग की जाती रही है, जिसको पाकिस्‍तान अपने दमनचक्र के चलते दबाता भी रहा है। ब्रिटेन हो या फिर फ्रांस या फिर अमेरिका सभी जगहों पर बलूच लोगों ने पाकिस्‍तान के खिलाफ प्रदर्शन किया है। इन लोगों की मांग है कि इन्‍हें पाकिस्‍तान से छुटकारा दिया जाए और आजाद घोषित किया जाए। यह लोग पाकिस्‍तान के साथ नहीं रहना चाहते हैं।

    बलूच महिलाओं पर अत्‍याचार

    अपनी जमीन को छोड़कर मजबूरन विदेशों में बसे इन लोगों का आरोप है कि पाकिस्‍तान सरकार वहां की सेना की मदद से बलूच महिलाओं पर अत्‍याचार करती है। वह उन्‍हें अपनी अय्याशी के लिए इस्‍तेमाल करती है और इसका विरोध करने पर उनकी नृशंस हत्‍या कर दी जाती है। इन लोगों का यहां तक आरोप है कि हजारों की संख्‍या में बलूचों को पाकिस्‍तानी सेना के द्वारा एनकाउंटर में मार गिराया जा चुका है। बलूचिस्‍तान के लोग न सिर्फ वहां पर पाक सरकार और सेना के अत्‍याचारों से खफा हैं बल्कि वह चीन के सहयोग से बन रहे सीपीईसी का भी विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि इस प्रोजेक्‍ट के जरिए पाकिस्‍तान यहां की चीजों का इस्‍तेमाल करना चाहता है।

    सिंध प्रांत में पाक विरोधी स्‍वर

    चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के खिलाफ पाकिस्तान के सिंध प्रांत में विरोध प्रदर्शन तेज हो रहा है। इस क्षेत्र की पार्टी जेय सिंध मुत्ताहिदा (जेएसएमएम) CPEC का लगातार विरोध कर रही है। यहां के स्‍थानीय लोगों के मुताबिक पाकिस्‍तान की सरकार उनके अधिकारों का हनन कर रही है। इन लोगों का आरोप है कि पाक सरकार और सेना की बदौलत यहां पर आतंकवाद फल फूल रहा है। यहां पर भी काफी लंबे समय से आजादी की मांग इन लोगों के द्वारा की जाती रही है।

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    पीओकेे में उठ रही आजादी की मांग

    पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर में लगातार आजादी की मांग उठ रही है। यहां के लोगों का आरोप है कि इस क्षेत्र में पाकिस्‍तान सेना और सरकार की मदद से आतंकी कैंप चला रहा है। इसके अलावा यहां के लोगों को आज तक भी उनका हक पाकिस्‍तान सरकार ने उन्‍हें नहीं दिया है। इतना ही नहीं अब गिलगिट-बाल्टिस्‍तान को नया सूबा बनाए जाने को लेकर भी यहां पर जबरदस्‍त विरोध हो रहा है। इन लोगों का कहना है कि पाकिस्‍तान ने इस क्षेत्र पर पिछले छह दशक से अवैध कब्‍जा किया हुआ है। इन लोगों का यह भी कहना है‍ै कि यह क्षेत्र जम्‍मू कश्‍मीर का है जिसको पाकिस्‍तान ने गलत तरह से हथिया रखा है। बीते कुछ समय में ऐसी कई वीडियो फुटेज सामने आई हैं जिनमें पाक विरोधी या आजादी के नारे लगाते प्रदर्शनकारी दिखाई दिए हैं।

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