अमेरिकी सीईओ ने अपनी सैलरी 90 फीसद घटाई
क्या कोई ऐसा भी सीईओ हो सकता है, जो कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की खातिर अपनी सैलरी घटा सकता है। वह भी 90 फीसद की कटौती। यकीन नहीं होता, मगर सच है। यही नहीं, उन्होंने इसके लिए कंपनी के मुनाफे में भी कमी कर दी। सभी को हैरान कर देने
लॉस एंजिलिस। क्या कोई ऐसा भी सीईओ हो सकता है, जो कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की खातिर अपनी सैलरी घटा सकता है। वह भी 90 फीसद की कटौती। यकीन नहीं होता, मगर सच है। यही नहीं, उन्होंने इसके लिए कंपनी के मुनाफे में भी कमी कर दी। सभी को हैरान कर देने वाला ऐसा फैसला लिया है एक अमेरिकी फर्म के सीईओ ने। जनाब का नाम है डैन प्राइस। वह सिएटल स्थित टेक्नोलॉजी क्षेत्र से जुड़ी पेमेंट प्रोसेसिंग फर्म ग्रैविटी पेमेंट के मुखिया हैं। उन्होंने खुशी को लेकर एक अध्ययन रिपोर्ट पढ़ने के बाद यह कदम उठाया है।
प्राइस ने तीन वर्ष के लिए इस बात की पक्की व्यवस्था कर दी है कि उसके कर्मचारी साल में कम से कम 70,000 डॉलर जरूर घर ले जाएं। भारतीय रुपये में यह रकम 42 लाख रुपये बैठती है। खास बात यह है कि डैन ने अपने वेतन और कंपनी के मुनाफे में यह कटौती सबसे निचले स्तर के कर्मचारियों की पगार में तगड़ी बढ़ोतरी करने के लिए की है। इस काम के लिए वह अपनी सालाना 10 लाख डॉलर (करीब छह करोड़ रुपये) की सैलरी घटाकर 70 हजार डॉलर कर ली है। इसके अलावा फर्म के मुनाफे में भी 20 लाख डॉलर (तकरीबन 12 करोड़ रुपये) की कमी की है। कंपनी ने बीते सोमवार को कंपनी की नई वेतन नीति का एलान किया। अपनी भारी वेतन वृद्धि की घोषणा सुनकर कर्मचारियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
क्या थी वह रिपोर्ट
प्राइस खुद इस कंपनी के संस्थापक हैं और फर्म में उनकी सबसे ज्यादा हिस्सेदारी भी है। उन्होंने खुशी को लेकर जो रिपोर्ट पढ़ी थी, उसमें कहा गया था कि अतिरिक्त आमदनी किसी व्यक्ति के भावनात्मक संतुष्टि का स्तर तब बढ़ जाता है, जब वह सालाना 75,000 डॉलर कमाने लगता है। प्राइस की इस कंपनी में तकरीबन 100 कर्मचारी हैं।
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