रैनबैक्सी पर ब्रिटेन और ईयू में भी बढ़ेगी सख्ती
दवा कंपनी रैनबैक्सी के पंजाब स्थित तोआंसा प्लांट पर अमेरिकी नियामक एफडीए की पाबंदी के बाद अब ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देश भी सख्ती बरतने की तैयारी कर रहे हैं। इन देशों के दवा नियामक अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक [एफडीए] की जांच का विस्तृत ब्योरा खंगाल रहे हैं। इस प्लांट में बनने वाले उत्पादों की खराब गुणवत्ता के चलते अमेरिका में इनके निर्यात पर रोक लगा दी गई है।
हैदराबाद। दवा कंपनी रैनबैक्सी के पंजाब स्थित तोआंसा प्लांट पर अमेरिकी नियामक एफडीए की पाबंदी के बाद अब ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देश भी सख्ती बरतने की तैयारी कर रहे हैं। इन देशों के दवा नियामक अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक [एफडीए] की जांच का विस्तृत ब्योरा खंगाल रहे हैं। इस प्लांट में बनने वाले उत्पादों की खराब गुणवत्ता के चलते अमेरिका में इनके निर्यात पर रोक लगा दी गई है।
यूरोपीय संघ के दवा नियामक यूरोपीयन मेडिसिन एजेंसी [ईएमए] और ब्रिटेन के मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रॉडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी [एमएचआर] इस बात का अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अमेरिकी कार्रवाई का उनके देश में बिक रही रैनबैक्सी की दवाओं पर क्या असर हो सकता है। इसके लिए एफडीए से विस्तृत जानकारी मांगी गई है। इसकी जांच के बाद ही कंपनी के उत्पादों की इन देशों में बिक्री पर कोई फैसला किया जाएगा। एफडीए ने यह जानने के लिए रैनबैक्सी के सबसे बड़े ड्रग इंग्रेडिएंट प्लांट की जांच की थी कि वहां मैन्युफैक्चरिंग के च्च्छे मानदंड अपनाए जा रहे हैं या नहीं। जांच में उसने पाया कि वहां आंकड़ों की सत्यता संबंधी नियमों का उल्लंघन हुआ है। साथ ही सैंपल स्टोर रूम में मक्खियां भिनभिना रही थी। कंपनी जितने भी एक्टिव फार्मा इंग्रेडिएंट्स बनाती है, उनमें से लगभग 70 फीसद यहीं बनते हैं। इन इंग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल दवाएं बनाने में किया जाता है।
रैनबैक्सी के चौथे प्लांट पर भी अमेरिकी पाबंदी
एमएचआरए के प्रवक्ता ने बताया कि हम इस बात का अंदाजा लगाने के लिए यूरोपीय संघ और इंटरनेशनल रेगुलेटरी पार्टनर्स के साथ काम कर रहे हैं कि क्या इसका असर ब्रिटेन पर भी होगा। फिलहाल ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि इस प्लांट में बनी और ब्रिटेन या यूरोपीय संघ के बाजार में बिकने वाली दवा में कोई कमी है। इसलिए लोग कंपनी की दवाएं खरीदते रह सकते हैं।
अमेरिकी कार्रवाई के बाद भारतीय दवा नियामक डीजीसीआइ ने भी कंपनी के तोआंसा प्लांट की जांच करने की योजना बनाई है। नियामक इस बात की जांच करेगा कि क्या वहां कंपनी स्थानीय कानूनों के तहत मैन्युफैक्चरिंग मानदंड का पालन कर रही है। डीसीजीआइ बाजार से कंपनी के उत्पादों का सैंपल लेगा और उसकी जांच करेगा। तोआंसा रैनबैक्सी का चौथा प्लांट जिसके प्रॉडक्ट्स को एफडीए ने अमेरिका में प्रतिबंधित किया है। कंपनी इन प्लांटों के लिए सुधार के कदम उठा रही है।
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