प्रधानमंत्री ने दिया इको-फ्रेंडली गणेशोत्सव मनाने का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'उत्सव समाज की शक्ति होता है। उत्सव व्यक्ति और समाज के जीवन में नये प्राण भरता है। उत्सव के बिना जीवन असंभव होता है।
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी 23वीं मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए इको-फ्रेंडली गणेशोत्सव मनाने का संदेश दिया । इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'उत्सव समाज की शक्ति होता है। उत्सव व्यक्ति और समाज के जीवन में नये प्राण भरता है। उत्सव के बिना जीवन असंभव होता है। पीएम मोदी ने कहा कि कई लोगों ने उनसे कहा है कि मन की बात कार्यक्रम में लोगों को समझाइए कि प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गणेश जी की मूर्तियों का उपयोग न करें।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि 'क्यों न इस बार गणेश चतुर्थी के अवसर पर गाँव के तालाब की मिट्टी से बने हुए गणेश जी का उपयोग किया जाएं। क्योंकि प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी हुई गणेश भगवान की प्रतिमायें पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं होती हैं'। पीएम ने कहा कि 'पर्यावरण,नदी-तालाबों की रक्षा, उसमें होने वाले प्रदूषण से इस पानी के छोटे-छोटे जीवों की रक्षा- ये भी ईश्वर की सेवा है। उन्होंने मिट्टी का उपयोग करके गणेश,दुर्गा की मूर्तियाँ बनाकर लोगों से पुरानी परंपरा पर वापस आने की अपील की।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने लोकमान्य तिलक को याद करते हुए कहा कि लोकमान्य तिलक के कारण ही गणेश उत्सव का धार्मिक अवसर राष्ट्र जागरण का पर्व बन पाया है। तभी तो अब सिर्फ़ महाराष्ट्र नहीं, हिंदुस्तान के हर कोने में गणेश उत्सव होने लगे हैं।पीएम ने आगे कहा कि कुछ लोगों ने अभी भी लोकमान्य तिलक जी ने जिस भावना को रखा था, उसका अनुसरण करने का भरपूर प्रयास किया है। सार्वजनिक विषयों पर वो चर्चायें रखते हैं,निबंध,रंगोलीस्पर्द्धायें करते हैं। लोक शिक्षा का बड़ा अभियान गणेश उत्सव के द्वारा चलता है लोकमान्य तिलक जी ने हमें “स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है” ये प्रेरक मन्त्र दिया।
पढ़ें- ...जब पीएम मोदी ने रात 10 बजे एक IAS अधिकारी को किया कॉल
पीएम मोदी ने अगले तीन ओलंपिक के लिए किया टास्क फोर्स के गठन का ऐलान