कम सोना बच्चों के लिये हो सकता है खतरनाक
अपर्याप्त नींद बच्चों में आगे चलकर डिप्रेशन या अवसाद का खतरा ज्यादा रहता है।
अनिद्रा को कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। खासकर बच्चों पर इसका व्यापक असर पड़ता है।
अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक अपर्याप्त नींद बच्चों में आगे चलकर डिप्रेशन या अवसाद का खतरा ज्यादा रहता है। ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान के प्रोफेसर कैंडिस अलफानो के मुताबिक पर्याप्त नींद बच्चों के स्वस्थ मानसिक विकास के लिए जरूरी है।लगातार अपर्याप्त नींद से डिप्रेशन, व्यग्रता और अन्य तरह की भावनात्मक समस्याएं होने की आशंका रहती है।
शोध में शामिल सात से 11 वर्ष के बच्चों को अस्थायी तौर पर कम समय तक नींद लेने की छूट दी गई थी। बाद में किए गए परीक्षण में इनमें भावनाओं से जुड़ी समस्याएं पाई गईं। शोध में यह भी कहा गया है कि पर्याप्त नींद लेने वालों में इस तरह की दिक्कत देखने को नहीं मिली।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।