पार्षद नौ साल तक करता रहा युवती का यौन शोषण, ऐसे खुला राज
पीड़िता के मुताबिक शादी के बाद उसका पति भाग गया। इसी दौरान पार्षद और उसके बीच संबंध बन गए।

जागरण संवाददाता, रांची। वार्ड नंबर 30 के पार्षद ओमप्रकाश के खिलाफ एक युवती ने नौ साल तक यौन शोषण का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर पीड़िता ने पार्षद के खिलाफ लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी में पीड़िता ने कहा है कि शनिवार को जब वह महिला थानेदार दीपिका प्रसाद से शिकायत कर लोहराकोचा स्थित अपने लॉज लौटी, तो पार्षद व उनके लोगों ने उसे अगवा करने की कोशिश की।
आसपास के लोगों की भीड़ देखकर पार्षद वहां से भाग निकले। इधर, पार्षद ने कहा है कि उन्होंने अपने कार्यालय में उसे काम दिया था। जब नौकरी से निकाला, तो लड़की उनके खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगा रही है।
युवती के अनुसार, पार्षद ने ही उसे लालपुर थाना क्षेत्र के थड़पखना स्थित लोहराकोचा के एक लॉज में किराए पर रखवाया था। पीड़िता की शिकायत है कि जब वह महिला थाने में शिकायत कर अपने लॉज पहुंची तो इसकी भनक पार्षद ओमप्रकाश को लग गई। पार्षद ओमप्रकाश अपने चार अन्य लोगों के साथ लॉज में पहुंच गए। पीड़िता को पकड़कर गाली-गलौज करने लगे और हाथ पकड़कर ले जाने लगे। तभी पीड़िता ने शोर मचाना शुरू कर दिया और कुछ परिचित को कॉल करने लगी।
जब परिचित आए, तो उनका पार्षद से झंझट भी हुआ। भीड़ जुटने पर पार्षद वहां से भाग निकले। इसके बाद लालपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पीड़िता को अपने साथ लेकर थाने पहुंची। पुलिस पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भी सदर अस्पताल भेजी थी।
पति भाग गया तो पार्षद से बन गए संबंध
महिला थानेदार दीपिका प्रसाद को उसने बताया कि उसका गया में रहने वाले एक युवक से प्रेम हो गया था। उस युवक से उसने शादी भी कर ली थी। शादी के बाद से ही पीड़िता अपने पति के साथ पार्षद के किशोरगंज स्थित घर में ही किराए पर रहती थी। कुछ दिन के बाद पति भाग गया। पीड़िता उसी घर में रहने लगी। इसी बीच, पार्षद और उसके बीच संबंध बन गए। संबंध बनने के बाद जब इस बात की भनक पार्षद के परिजनों को लगी, तो परिजन उसके घर लोहरदगा पहुंचा दिए।
वहां युवती के पिता ने गरीबी का रोना रोया तो वह फिर रांची आ गई और पार्षद के पास रहने लगी। तब पार्षद ने ही उसे लालपुर के सरकुलर रोड स्थित एक लॉज में रखवा दिया। इसके बाद पार्षद उसका यौन शोषण करने लगा। पीड़िता नौकरी करना चाहती थी, लेकिन उसे नौकरी नहीं करने दिया गया।
पार्षद ने कहा, नौकरी से निकाला तो लगा दिया आरोप
वार्ड 30 के पार्षद ओम प्रकाश का कहना है कि पीड़िता को उसके पति ने छोड़ दिया है। छोड़े जाने के बाद वह उनके घर में रहने लगी। घर में रहने के दौरान उसने काम मांगा, तो उसे अपने ऑफिस में काम के लिए रख लिया। इसी क्रम में लड़की का चाल-चलन ठीक नहीं था तो उसे गुरुवार को ऑफिस से हटा दिया था। इसी चिढ़ में उसने मेरे विरुद्ध यौन शोषण का आरोप लगा दिया।
पीड़िता बोली, पार्षद कहते थे संबंध नहीं बनाओगी तो बहन को उठा लेंगे
दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने बताया कि वह लोहरदगा की रहने वाली है। वह वर्ष 2009 में पढ़ने के लिए रांची आई थी। 2011 में उसका परिचय पार्षद ओमप्रकाश से हुआ। पार्षद किशोरगंज में रहते हैं। इसके बाद पार्षद ने उससे संबंध बनाया। जब वह विरोध करती, तो पार्षद कहते थे कि अगर वह संबंध नहीं बनाएगी, तो उसकी बहन को उठा लेंगे। डर से वह सबकुछ सहती रही। शनिवार को जब वह महिला थाने में शिकायत कर अपने लॉज लौटी, तो पार्षद ने पहुंचकर उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसे अगवा करने की कोशिश की।

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