शिक्षा से वंचित बच्चों को दिखाया स्कूल
राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित कोट तुंगल स्कूल की कला स्नातक प्रवक्ता वंदना सरोच अध्यापन के साथ शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ रही है।
मंडी [जेएनएन] : राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोट तुंगल की कला स्नातक प्रवक्ता वंदना सरोच अध्यापन के साथ शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ रही हैं। सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) से जुड़कर वह स्कूल छोड़ चुके बच्चों को स्कूल पहुंचा रही हैं। अब तक कई बच्चों को उन्होंने अपने प्रयासों से स्कूल पहुंचाया। हरेक बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिलाना ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य रहा। शिक्षा क्षेत्र में इस तरह के उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। उन्हें आज शिक्षा दिवस पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
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वर्ष 1994 में उन्होंने अध्यापन का कार्य शुरू किया था। उनकी पहली ज्वाइनिंग जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी में हुई थी। पांगी में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद 1996 में बगस्याड़ स्कूल में तैनाती मिली। इसके बाद उन्होंने कई स्कूलों में सेवाएं दी और मौजूदा समय में कोट तुंगल स्कूल में कार्यरत है। उनका पूरा परिवार ही शिक्षा से ही जुड़ा है। पिता मोती राम व माता तारामति बीपीओ सेवानिवृता हुए। पति धर्मपाल सरोच जंजहैली स्कूल में प्रधानाचार्य तैनात हैं।
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वंदना सरोच ने बताया कि उनकी हमेशा यही कोशिश रही कि प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिलाया जाए। 2003 में वह सर्वशिक्षा अभियान से जुड़ी। इसके बाद वह लगातार शिक्षा से वंचित बच्चों को इसकी मुख्यधारा से जोड़ रही हैं। एसएसए में वह बतौर स्रोत व्यक्ति कार्यरत है। भविष्य में भी वह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत रहेंगी।
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