डेरे में बनाया था कुर्बानी दस्ता, 10 हजार अनुयायियों की खुदकुशी कराने की थी तैयारी
डेरा के एक सनसनीखेज राज का खुलासा हुआ है। गुरमीत राम रहीम को जेल जाने पर डेराप्रेमियों से खुदकुशी कराने की साजिश थी। इसके लिए हजारों लाेगों से कुर्बानी फॉर्म भरवाए गए थे।
जेएनएन, सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के सनसनीखेज राज सामने आने का सिलसिला जार है। इन खुलासों ने जांच टीमों के होश भी उड़ा दिए हैं। खुलासा हुआ है कि गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद हजाराें डेरा अनुयायियों की 'कुर्बानी' दिलाने की साजिश थी। डेरा में सर्च अॅपरेशन के दौरान हजारों कुर्बानी संबंधी फार्म बरामद किए गए हैं। ये फार्म 10 हजार से अधिक बताए जाते हैं। डेरा द्वारा बड़े स्तर पर कुर्बानी दस्ता तैयार किया गया था।
डेरा में तैयार किया गया था कुर्बानी दस्ता, अनुयायियों से कुर्बानी के लिए भरवाए गए थे फार्म
सूत्र बताते हैं कि दस हजार से अधिक ये कुर्बानी फार्म बोरों में सीलबंद कए गए हैं। कुर्बानी फार्म में आवेदक की ओर से लिख गया है कि वह डेरा के लिए अपना जीवन बलिदान कर देगा और उसका परिवार कोई क्लेम भी नहीं करेगा। हालांकि डेरे ने कभी ये कुर्बानी फार्म लिए जाने की बात को स्वीकार नहीं किया। डेरा प्रमुख की अदालत में पेशी से पहले ही नामचर्चा घरों के माध्यम से कुर्बानी फार्म भरे गए थे और इसके लिए ड्यूटी लगाई गई थी। पंचकूला हिंसा के बाद पुलिस को इस संबंध में कुछ जानकारियां भी मिली थी।
फार्म भरवाने वालों की होगी पहचान
सूत्रों के अनुसार, अब उन लोगों की पहचान की जाएगी जो कुर्बानी दस्ता तैयार करने की जिम्मेदारी उठा रहे थे। दस्ता तैयार करने वाले लोग श्रृंखलाबद्ध तरीके से लोगों को कुर्बानी दस्ते से जोड़े जाने का कार्य कर रहे थे।
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डेरे के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज वाली 67 हार्ड डिस्क बरामद, सेफ्टी टैंक में फेके गए थे
उधर, डेरा सच्चा सौदा के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जिन हार्ड डिस्क में थीं, उन्हें पुलिस ने तलाश लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आ चुके डेरे के आइटी हेड से जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने डेरे के शौचालय के सेफ्टी टैंक से ये हार्ड डिस्क बरामद कीं। वैसे, पुलिस अधिकारी इसकी पुष्टि करने से कतरा रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि इनकी संख्या 67 है। सिरसा पुलिस ने विनीत को मंगलवार को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।
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सूत्र बताते हैं कि सिरसा में हुए उपद्रव मामले का कनेक्शन डेरा अनुयायियों से है। उस दिन डेरे से भीड़ निकली थी, जो शाहपुर बेगू व मिल्क प्लांट की ओर गई। बाद में एक बिजलीघर व मिल्क प्लांट को जला दिया गया। करोड़ों रुपये के नुकसान करने वालों के बारे में सीसीटीवी फुटेज महत्वपूर्ण जानकारी दे सकती है। पंडाल में ही श्रद्धालुओं को उकसाने का काम हुआ है, यह सीसीटीवी फुटेज में मिलेगा। इसी कारण योजनाबद्ध तरीके से सीसीटीवी फुटेज हटा दी गईं।
रेवाड़ी व झज्जर की फोर्स लौटाई
जिला प्रशासन ने झज्जर व रेवाड़ी की फोर्स को लौटा दिया है। रोहतक की फोर्स और सर्च अभियान से जुड़ी सभी टीमें भी जा चुकी हैं। अब सिरसा में हरियाणा पुलिस की तीन कंपनियां व अर्धसैनिक बलों की 41 कंपनियां तैनात हैं। ज्यादातर फोर्स डेरे के चारों तरफ लगाई गई है।
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