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    प्रधानमंत्री आवास योजना के मुफ्त फॉर्म के वसूले जा रहे 300 रुपये

    By Ankit KumarEdited By:
    Updated: Mon, 26 Jun 2017 12:06 PM (IST)

    पार्षद के दफ्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म भरे जा रहे थे। इस दौरान लोगों से मुफ्त फॉर्म के लिए तीन सौ रुपये वसूले गए।

    प्रधानमंत्री आवास योजना के मुफ्त फॉर्म के वसूले जा रहे 300 रुपये

    जेएनएन, पानीपत।  वार्ड नंबर 17 में रविवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म भरे जा रहे थे। जो काम मुफ्त में होता है, उसके लिए आवेदकों से 300-300 रुपये लिए गए। कुछ आवेदकों ने पैसे देने से इंकार किया तो उन्हें फार्म भरवाने से मना कर दिया गया। शिकायत जब निगम आयुक्त को मिली तो उन्होंने एमई को मामले की जांच के निर्देश दिए। पार्षद खुद को पाक साफ बता कर इसमें शामिल होने से पल्ला झाड़ रहे हैं।

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    बताया जा रहा है कि पैसे लेकर 250 से अधिक फार्म जमा कराए गए। सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों को मुफ्त में मकान देने के लिए फार्म भरवा रही है। वार्ड नंबर 17 में रविवार सुबह 5 बजे से आवेदन भरने का कार्य शुरू हुआ। लोगों की भीड़ जुट गई।

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    पार्षद के दफ्तर में फार्म भरे जा रहे थे। दफ्तर से लगती तीन फीट की सीढ़ियों का एक शटर था। दफ्तर में दो-तीन लोगों का स्टाफ था,जो आवेदकों से तीन-तीन सौ रुपये ऐंठ कर गल्ले भर रहा था। मुफ्त के आवास के लिए लोगों ने खुल कर विरोध करना मुनासिब नहीं समझा। पैसे लेने वाले स्टाफ ने एफिडेविट, कागज व अन्य खर्चे के नाम रुपये लेने की बात कही।

    दोस्त का फार्म भरवाने गए, बनाई वीडियो

    प्रदीप प्रजापत ने दैनिक जागरण को बताया कि वह दोस्त का फार्म भरवाने गया था। पार्षद सुनील वर्मा ने खुले पैसे लेकर आने की आवाज लगाई। दोनों कार्यालयों में बोर्ड पर पार्षद का नाम लिखा है। उसने दोस्त का नि:शुल्क फार्म भरवाने के लिए पार्षद से गुहार लगाई। पार्षद ने यह कहते हुए टाल दिया कि बाद में आना। उसने मॉडल टाउन थाने के पुलिस अधिकारी को फोन मिलाया। रुपये लेने की शिकायत की।

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    पुलिस अधिकारी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि प्रशासन के आदेश के बिना हम इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। फिर किसी को फोन मिला कर प्रशासनिक अधिकारियों का नंबर लिया। उन्हें पैसों के लेने देन की सूचना दी। अधिकारी ने जांच टीम भेजने की बात कही। जैसे ही इसकी भनक लगी। दफ्तर का शटर गिराकर तालेबंदी कर दी गई। पैसे लेने वाले कर्मचारी उसमें कैद रहे। इस सारे घटनाक्रम का वीडियो प्रदीप ने तैयार कर लिया।

    दोपहर 1:30 बजे मामले की जांच करने दो अधिकारी आए। वीडियो दिखा कर उनसे शटर खुलवाने की गुहार लगाई गई। अधिकारी कुछ देर बाद बिना शटर खुलवाए वहां से चलते बने। चार पांच महिलाओं ने भी उनसे पैसे लेने की बात कही। पार्षद ने उसे टाइप राइटर चलाने वाला बताया। प्रदीप प्रजापत कुछ देर के बाद जब फिर वहां आए तो शटर खुला मिला। गल्ला गायब मिला। उन्होंने फिर से वीडियो बना ली।

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    पीएमवाई के सर्वे में सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक 700 फार्म भरे गए। 233 फार्म जमा हुए। भीड़ में लोगों को आवाज लगा कर मुफ्त में फार्म भरवाए। न मैंने कहा.न मैने पैसे लिए। मेरे ऑफिस में यह सब नहीं हुआ। विपक्ष मेरी छवि बिगाड़ने के लिए गलत चाल रच रहा है। कोई साबित कर दे तो पद से इस्तीफा दे दूंगा।

    -सुनील वर्मा, पार्षद वार्ड नं. 17

    वार्ड 17 में प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे कराया जा रहा है। फार्म भरने में पैसे लेने की शिकायत मिली थी। जांच के लिए म्युनिसिपल इंजीनियर अजीत गर्ग की ड्यूटी लगा दी है। तहकीकात कर वे सोमवार को इस बारे में रिपोर्ट सौपेंगे। जो दोषी मिलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

    -शिव प्रसाद शर्मा, निगम आयुक्त