हरियाणा में भी मची अफरातफरी, एटीएम व पेट्रोल पंपों पर उमड़ पड़ी भीड़
अचानक 500 व 1000 के नोट बंद किए जाने के की घोषणा के बाद हरियाणा में भी अफरातफरी मच गई। एटीएम में पैसे जमा कराने के लिए लाेगों की कतारें लग गईं। पेट्रोल पंपों पर भी भीड़ रही।
जेएनएन, चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार रात से 500 व 1000 के नोट बंद किए जाने के ऐलान के बाद हरियाणा में भी अफरातफरी मच गई। सभी शहरों और कस्बों में एटीएम में पैसे जमा कराने के लिए लाेगों की लंबी कतारें लग गईं। पेट्रोल पंपों पर भी लोगों की भीड़ लग गई। पंचकूला, अंबाला, हिसार और पानीपत सहित अधिकतर शहरों में एटीएम में देर रात तक लोगों की भीड़ लगी रही।
चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद पूरे राज्य में लोगों में हड़कंप सा मच गया। पंचकूला के विभिन्न सेक्टरों में लगे बैंकों के एटीएम पर लोगों की भीड़ लग गई अौर देर रात तक लोग एटीएम में पैसे जमा कराते रहे। यही हाल हिसार, पानीपत, भिवानी, अंबाला सहित अन्य शहरों में लोग 500 और 1000 के नोट एटीएम जमा करवाने के लिए उमड़ पड़े। अगले दो दिन बैंक और एटीएम बंद होने की सूचना के कारण लोग पैसे निकालने के लिए भी पहुंच रहे थे।
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बैंकों के ब्रांच के अंदर लगी मशीन सहित अन्य एटीएम पर 500 और 1000 के नोट जमा करवाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। रोहतक में कई एटीएम में पैसे जमा कराने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। काफी संख्या में लोग जरूरत के लिए 100-100 के नोट भी निकलवा रहे थे, लेकिन कई जगह एटीएम से 500 आैर 1000 के नोट निकल रहे थे।
हिसार में एटीएम मेें रकम जमा कराने के लिए लगी लाेगों की भीड़ ।
इसी तरह विभिन्न शहरों में पेट्रोल पंपों पर भी लोगाें की कतार लग गई। लोग अपने वाहनों में तेल भरवा कर अपने पास पड़े 500 और 1000 के नोट खत्म करना चाहते थे। इस दौरान ये नोट लेने से मना करने पर कई जगह पेट्राल पंप के कर्मियों और लोगों में वाद-विवाद भी हुआ।
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कुछ ही मिनट में बहुमूल्य हो गया 100 का नोट
देश में छिपे कालाधन को बाहर निकालने के उद्देश्य से 500 व 1000 रुपये के नोट को बंद करने के निर्णय का असर महज एक-डेढ़ घंटे में ही दिखाई देने लगा। देखते ही देखते पेट्रोल पंपों पर चौपहिया वाहनों की कतारें इतनी लंबी हो गईं, मानो लोग घरों में रखे कालेधन को बाहर निकालने निकल आए हों। मार्केट में ऐसा माहौल बन गया कि जैसे पांच सौ, हजार रुपये के नोट की किस्मत फूट गई हो और 100 का नोट बहुमूल्य हो गया हो।
पेट्रोल पंप, दुकानों में कोई भी बड़े नोटों के बदले छुट्टा देने को तैयार दिखाई नहीं दिया, जबकि कुछेक दुकानदार तो बड़े नोट स्वीकार करने के बदले मोलभाव भी करते देखे गए। इनकी कीमत 10 से 20 फीसद तक कम आंकने लगे। ग्राहकों की मजबूरी का फायदा भी उठाया।
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ग्राहकों को 500 रुपये के नोट के बदले 450 रुपये तक का भुगतान मिल पाया। सभी शहरों में पेट्रोल पंपों पर वाहनों में तेल डलवाने वालों की लंबी कतारें नजर आईं। वहीं, पेट्रोल पंपों पर भी कारिंदों की मनमानी साफ दिखाई दी। वह तेल भरवाने पहुंच रहे लोगों को 100, 50 के नोटों की किल्लत का बहाना बनाकर 500 व 1000 के फिगर में ही तेल डलवाने को मजबूर करते रहे।
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