डेरा सच्चा सौदा पर सरकारें अलर्ट, हरियाणा व पंजाब ने मांगी पैरा मिलिट्री फोर्स
राम रहीम सिंह से जुड़े साध्वी यौन शोषण मामले में फैसले से पहले ही सरकारें अलर्ट पर है। पंजाब और हरियाणा ने केंद्र से पैरा मिलिट्री फोर्स मांगी है। ...और पढ़ें

जेएनएन, चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह से जुड़े साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला की सीबीआइ अदालत के फैसले से पहले ही केंद्र, हरियाणा और पंजाब सरकारें अलर्ट हो गई हैैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के उच्च अधिकारियों ने हरियाणा और पंजाब के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद दोनों राज्यों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया।
केंद्रीय गृह सचिव के निर्देश पर हरियाणा और पंजाब के पुलिस महानिदेशक बृहस्पतिवार को उनके साथ बैठक करने के लिए दिल्ली पहुंचे। वहां बैठक के दौरान दोनों राज्यों की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर विचार-विमर्श हुआ और फैसला आने की स्थिति में हालात बिगड़ने पर उससे निपटने की रणनीति बनाई गई। बैठक के दौरान पंजाब व हरियाणा ने केंद्र से पैरा मिल्ट्री फोर्स की कंपनियां मांगी हैैं।
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डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा जिले में है, जबकि डेरा की मुख्य शाखा सिरसा से सटे पंजाब के बठिंडा जिले के गांव सलाबतपुरा में हैं। इसी शाखा में गुरमीत राम रहीम सिंह का विवाद हुआ था। पंजाब की ओर से केंद्र सरकार से अर्ध सैनिक बलों की करीब ढाई सौ कंपनियां मांगे जाने की खबर है, जबकि हरियाणा ने भी पैरा मिलिट्री फोर्स की उपलब्धता की मांग की है।
करीब 15 साल पुराना है विवाद
वर्ष 2002 में बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे। इसके बाद इसकी जांच हाई कोर्ट ने सीबीआइ को सौंप दी थी। एक युवती ने राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और तत्कालीन पीएम के नाम जारी किया था। इस घटनाक्रम के बाद हरियाणा और पंजाब में खूब बवाल मचा। हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 24 सितंबर 2002 को सीबीआइ को इस पत्र के आधार पर जांच का जिम्मा सौंपा था। सीबीआइ ने जांच को पूरा कर रिपोर्ट जुलाई 2007 में स्पेशल कोर्ट को सौंप दी थी।
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दो गवाह पेश करने की अर्जी हो चुकी खारिज
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की ओर से अपने बचाव में दो युवतियों को गवाह के तौर पर पेश करने की अर्जी को अदालत खारिज कर चुकी है।
पेश नहीं हुए डेरा मुखी, आज भी सुनवाई
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला की सीबीआइ अदालत में दोनों पक्षों के वकीलों में गवाहों के बयानों पर बहस हुई। डेरा प्रमुख राम रहीम मेडिकल ग्राउंड पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी पेश नहीं हुए। मामले की अगली सुनवाई अब 17 अगस्त को होगी। बचाव पक्ष के वकील एसके गर्ग नरवाना एवं सीबीआइ के वकील एचपीएस वर्मा ने अपना-अपना पक्ष रखा। बहस पूरी होने के बाद मामले में फैसले की तिथि निर्धारित की जाएगी। फैसला किसी भी समय संभव है। 19 अगस्त को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या से जुड़े मामले में भी सुनवाई होगी।
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हरियाणा के पांच जिले बेहद संवेदनशील
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने भी केंद्रीय गृहसचिव से बातचीत कर संवेदनशील जिलों में सुरक्षा व्यवस्था का ब्यौरा दिया। डेरा सच्चा सौदा के मुखी के संबंध में आने वाले फैसले को देखते हुए सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, कैथल और कुरुक्षेत्र जिलों को संवेदनशील घोषित किया गया।

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