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कोरोना में भी आयुष्मान भारत योजना के फायदे, जानें हरियाणा में कितने लोगों ने कराया इलाज

कोरोना के खिलाफ जंग में आयुष्मान भारत योजना कारगर साबित हो रही है। हरियाणा में 3000 से अधिक कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज हुआ है। हरियाणा में 530 सरकारी एवं निजी अस्पताल सरकार के पैनल पर हैं ।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 05:03 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 07:46 PM (IST)
कोरोना में भी आयुष्मान भारत योजना के फायदे, जानें हरियाणा में कितने लोगों ने कराया इलाज
कोरोना महामारी में भी आयुष्मान भारत योजना कारगर। सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ [सुधीर तंवर]। कोरोना संकट के दौरान हरियाणा के गरीब परिवारों के लिए आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) बड़ा संबल साबित हुई है। निजी प्रयोगशालाओं में संक्रमण की मुफ्त जांच और पैनल के अस्पतालों में मुफ्त इलाज से न केवल बड़ी संख्या में गरीब मरीज कोरोना महामारी (Corona epidemic) से पार पाने में सफल रहे, बल्कि दूसरी बीमारियों से लड़ने का भी हौसला बंधा है।

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राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (National Health Authority NHA) की पहल के बाद हरियाणा सरकार ने महामारी के शुरुआती दौर में ही कोरोना (Covid 19) को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में शामिल कर लिया था, ताकि उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। अभी तक तीन हजार से अधिक कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज इस योजना के तहत कराया जा चुका है। साथ ही बड़ी संख्या में मुफ्त में कोरोना टेस्ट (Corona Test) भी कराए गए।

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कोरोना के मरीजों से संपर्क और परामर्श के लिए शुरू किए गए विभिन्न प्रयासों के तहत नेशनल हेल्थ अथारिटी की ओर से एक लाख से अधिक काल हैंडल किए गए। गरीब लाभार्थियों को फोन कर जानकारी ली गई कि उन्हेंं कोरोना से संबंधित कोई लक्षण तो नहीं है। लक्षण होने की स्थिति में तत्काल उनका टेस्ट और फिर जरूरत के मुताबिक इलाज का इंतजाम किया गया।

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हरियाणा के करीब 15 लाख परिवारों के 75 लाख लोगों को सालाना पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। करीब डेढ़ लाख लोग अब तक इस योजना के तहत निजी और सरकारी अस्पतालों में छोटी-बड़ी बीमारियों का इलाज करा चुके। हरियाणा सरकार की ओर से इसकी एवज में 175 करोड़ रुपये के क्लेम का भुगतान भी किया जा चुका। इनमें करीब एक लाख 20 हजार मरीजों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया जिन पर 140 करोड़ रुपये रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा 30 हजार मरीजों का उपचार सरकारी अस्पतालों में कराया गया जिन पर 35 करोड़ रुपये खर्च हुए।

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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हरियाणा को देश में सबसे पहले बिलों की अदायगी करने वाले प्रदेश के तौर पर पुरस्कृत भी किया है। केंद्र सरकार ने देश के 146 अस्पतालों को गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्रदान किया है जिनमें से 72 अस्पताल हरियाणा के हैं।

क्या है आयुष्मान भारत योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ने 30 अप्रैल 2018 को आयुष्मान भारत योजना लांच की थी। योजना के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को पांच लाख रुपये तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। हर छोटी से बड़ी बीमारी इस योजना में कवर की जाती है।

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इलाज पर गरीबों का एक पैसा नहीं होता खर्च: विज

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना को लागू करने में हरियाणा पहले पायदान पर है। हरियाणा पहला प्रदेश है जिसने एक लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया है। अभी तक 23 लाख से अधिक लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं जो आधार से लिंक हैं। प्रदेश में 530 सरकारी एवं निजी अस्पताल सरकार के पैनल पर हैं जिनमें पात्र मरीज एक पैसा दिए बगैर अपना इलाज करा सकते हैं।


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