डेरा प्रेमियों की हिंसा के बाद पंचकूला में सामान्य होने लगे हालात
पंचकूला में हुई हिंसा के चलते प्रशासन द्वारा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया था जिसे शुक्रवार रात को 11 बजे ही हटा दिया गया था। इसके बाद जनजीवन भी पटरी पर लौटता नजर आया।
जेएनएन, पंचकूला। गत शुक्रवार को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी घाषित होने के बाद मंगलवार तक भाईचारा व शांति का परिचय देते हुए पिंजौर व कालका के लोगों ने कानून व्यवस्था बनाई रखी। गौरतलब है कि दो बार जाट आरक्षण आंदोलन के समय भी क्षेत्र में शांति व्यवस्था पूरी तरह से बनी हुई थी।
इंटरनेट सेवा शुरू
मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे मोबाइल कंपनियों ने इंटरनेट सुविधा चालू कर दी। दूरसंचार कंपनियों द्वारा प्रदेश सरकार के आदेश पर यह सेवा वीरवार शाम से बंद कर दी गई थी। इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासी विवेक ने बताया कि वह ज्यादातर पेमेंट अपने मोबाइल वेलेट से करते थे पर नेट न होने की वजह से परेशानी बढ़ गई थी, नेट शुरू होने से काम कुछ ठीक हो गया है। वहीं, व्यापारी सुखजीत सिंह नरूला ने बताया कि उसका शहर में कारोबार है। ज्यादातर कस्टमर डिजिटल पेमेंट ही करते हैं। ऐसी स्थिति में काम 5 दिन प्रभावित रहा।
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बाजारों में लौटी रौनक
पंचकूला में हुई हिंसा के चलते प्रशासन द्वारा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया था जिसे शुक्रवार रात को 11 बजे ही हटा दिया गया था। कर्फ्यू हटने के बावजूद भी दुकानदार व स्थानीय लोगों में थोड़ा बहुत डर का माहौल था जिसके चलते लोग घरों से बाहर निकलते कतरा रहे थे। बाजार में रौनक गुम सी हो गई थी। सोमवार को रोहतक स्थित जेल में सजा के एलान होने के बाद जिले में बनी रही शांति व्यवस्था को देखते हुए लोगों ने भी मंगलवार को घर से बाहर निकला शुरू किया जिसके चलते बाजार में दोबारा से रौनक लौट आई और व्यापारियों के चेहरे खुशी से खिल गए।
5 दिनों बाद खुले क्षेत्र के स्कूल
सरकार द्वारा एहतियात के तौर पर वीरवार से ही प्रदेश के सभी स्कूलों व कॉलेजों को बंद करने का एलान किया गया था जोकि मंगलवार को खुल गए। 4 दिनों की छुट्टी के बाद मंगलवार को स्कूलों व कॉलेजों के बच्चे अपने-अपने संस्थानों में पढऩे के लिए आते व जाते दिखे।
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