राम रहीम की फिल्म को मिली सेंसर की मंजूरी, नए नाम से होगी रिलीज
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म 'एमएसजी' (मैसेंजर ऑफ गॉड) को सेंसर बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। हालांकि, इसके लिए फिल्म का नाम बदलना पड़ा है। 'गॉड' शब्द फिल्म के नाम से हटा दिया गया और अब यह 'द मैसेंजर' के नाम से रिलीज होगी। नाम
मुंबई। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म 'एमएसजी' (मैसेंजर ऑफ गॉड) को सेंसर बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। हालांकि, इसके लिए फिल्म का नाम बदलना पड़ा है। 'गॉड' शब्द फिल्म के नाम से हटा दिया गया और अब यह 'द मैसेंजर' के नाम से रिलीज होगी। नाम बदलने की जानकारी खुद राम रहीम ने ट्विटर पर दी है। बताया जा रहा है कि 13 फरवरी को 3 से 4 हजार थिएटर में यह फिल्म रिलीज होगी।
दावा यहां तक किया जा रहा है कि फिल्म के लिए 15 से 20 दिन की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। गौरतलब है कि पहले यह फिल्म 16 जनवरी को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विवाद के चलते यह टलती गई। राम रहीम को भगवान के तौर पर दिखाए जाने से सेंसर बोर्ड को आपत्ति थी। विवादों के बीच लीला सैमसन ने बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था और आरोप लगाए थे कि केंद्र 'एमएमजी' की मंजूरी के लिए दबाव बना रहा है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा में भी फिल्म की रिलीज को लेकर जमकर प्रदर्शन भी हुए थे।
रिलीज से पहले बदला 'एमएसजी' का टाइटल, अब ये हो गया फिल्म का नाम
डायरेक्टर से लेकर लीड हीरो तक सब राम रहीम
'द मैसेंजर' को राम रहीम ने निर्देशित किया है। इसके प्रोड्यूसर भी वही हैं और संगीतकार भी। यहां तक कि फिल्म में लीड रोल भी उनका ही है। राम रहीम ने ही फिल्म की कहानी लिखी है, सिनेमेटोग्राफी की है और एडिटिंग का काम भी खुद ही किया है। राम रहीम के अलावा, डेनियल कलेब, फ्लोरा सैनी, जयश्री सोनी और गौरव गेरा ने भी फिल्म में अहम रोल निभाए हैं।
तीन एक्ट्रेस, लेकिन कोई लव एंगल नहीं
फिल्म में रॉकस्टार बन गाना गाने वाले गुरमीत के साथ तीन एक्ट्रेस हैं लेकिन कोई लव एंगल नहीं है। तीनों एक्ट्रेसेस उनकी बेटियों का किरदार निभा रही हैं।
रिलीज से पहले ही सीक्वल तैयार
फिल्म की रिलीज से पहले ही सीक्वल तैयार है जिसकी कहानी आदिवासी कबीलों से जुड़ी है। इसके हीरो भी गुरमीत ही होंगे। इतना ही नहीं, 'द मैसेंजर' सीरीज में सात से ज्यादा फिल्मों की कहानी लिखी जा चुकी हैं। सभी का नना भी तय है। इनमें डेरा सच्चा सौदा के जरिए दी जाने वाली आत्मबल की शिक्षा, महिला सुरक्षा और नशे की लत छोड़ने जैसी बातें होंगी। पहली 'मैसेंजर ऑफ गॉड’ में नशाखोरी और वेश्यावृति से मुक्ति की कहानी है।