उत्तराखंड चुनाव: राजनीतिक दलों पर भारी खानदानी सूरमा
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां पिछले कई दशक से जनता राष्ट्रीय दलों के बजाय राजनीतिक परिवारों से जुड़े प्रत्याशियों पर ही भरोसा जताती आई है।
चकराता, [चंदराम राजगुरु]: विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनजातीय बहुल जौनसार-बावर की आरक्षित चकराता विधानसभा सीट के सियासी हालात सूबे की अन्य विधानसभा सीटों से भिन्न हैं। यहां पिछले कई दशक से जनता राष्ट्रीय दलों के बजाय राजनीतिक परिवारों से जुड़े प्रीतम सिंह व मुन्ना सिंह चौहान पर ही भरोसा जताती आई है।
सबसे अहम बात ये कि यहां कांग्रेस व भाजपा जैसे दो बड़े राजनीतिक दलों का वजूद भी इन्हीं दो सियासी सूरमाओं की वजह से बनता-बिगड़ता है। पिछले तीन चुनावों में यहां भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशियों ने ताल जरूर ठोकी, मगर वे अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए।
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देशभर में चलने वाली परिवर्तन की बयार भी इन सियासी सूरमाओं के सामने बेअसर हो जाती है। यही तमाम परिस्थितियां यहां अन्य छोटे दलों का मनोबल गिरा चुकी हैं। शायद इसीलिए अन्य दलों के प्रत्याशी इस बार भी चकराता से चुनाव लडऩे का साहस तक नहीं जुटा पाए।
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नामांकन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चकराता सीट से ताल ठोक रहे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई। वर्ष 2012 के विस चुनाव के मुकाबले इस बार यहां प्रत्याशियों की संख्या चार पर सिमट गई। नामांकन के दौरान चकराता से कांग्रेस, भाजपा, बसपा, सपा, उक्रांद, उत्तराखंड रक्षा मोर्चा व पांच निर्दलों समेत कुल 11 दावेदारों ने नामांकन प्रपत्र खरीदे।
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लेकिन, रिटर्निंग ऑफीसर के पास पर्चा भरने सिर्फ चार प्रत्याशी ही पहुंचे। पिछले चुनाव में मिली करारी हार के बाद इस बार कांग्रेस, भाजपा व बसपा के अलावा अन्य दलों के प्रत्याशी मैदान में उतरने का साहस तक नहीं जुटा पाए। इस चुनाव में चकराता से लगातार तीन बार विधायक रहे कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक मुन्ना सिंह चौहान की पत्नी भाजपा प्रत्याशी मधु चौहान, बसपा प्रत्याशी दौलत कुंवर और एक निर्दल स्वराज सिंह चौहान मैदान में हैं।
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माना जा रहा कि इस बार भी यहां मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम ङ्क्षसह व भाजपा प्रत्याशी मधु चौहान के बीच ही होना है। जबकि, तीसरे विकल्प के रूप में किस्मत आजमा रहे बसपा प्रत्याशी दौलत कुंवर चुनावी मुकाबले को रोचक बना सकते हैं।
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भगवान की शरण में प्रत्याशी
चकराता सीट से ताल ठोक रहे प्रत्याशियों ने जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल से अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत की है। मान्यतानुसार महासू मंदिर हनोल में रात्रि जागरण के बाद सियासी सूरमा जनता से आशीर्वाद लेने गांवों के भ्रमण पर निकल पड़े।
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प्रत्याशियों ने महासू मंदिर हनोल, थैना, लखवाड़, लखस्यार, बिसोई, बाशिक महासू मंदिर मैंद्रथ, पवासी महासू मंदिर ठडियार, चालदा महासू मंदिर थंगाड़-हिमाचल व शेडकुडिय़ा महाराज मंदिर रायगी समेत अन्य मंदिरों में पूजन-अर्चन कर जीत की कामना की।
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