यूपी चुनाव 2017: सीतापुर और बस्ती में भाजपा सांसदों का कड़ा विरोध
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रचार में आज दो भाजपा सांसदों को सीतापुर और बस्ती जिलों में कड़े विरोध का सामना करना पड़ा।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रचार में आज दो भाजपा सांसदों को सीतापुर और बस्ती जिलों में कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। बस्ती में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बिहार से राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा को भाजपा के बागियों के कड़े प्रतिरोध के कारण बैरंग वापस लौटना पड़ा। इसी बीच सीतापुर के तंबौर क्षेत्र में प्रचार को निकले भाजपा सांसद को ग्रामीणों के विरोध और छींटाकशी के बीच मारपीट का आरोप लगाया गया और पुलिस ने मुतदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। हालां कि सांसद ने आरोपों का खंडन किया है।
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बस्ती में भाजपा सांसद बैरंग वापस
बस्ती शहर में भाजपा द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में जा रहे बिहार से राज्य सभा सांसद आरके सिन्हा को भाजपा के बागी प्रत्याशी के कार्यकर्ताओं के विरोधा का सामना करना पड़ा। सदर सीट से चुनाव लड़ रहे निर्दल प्रत्याशी व भाजपा के बागी राकेश श्रीवास्तव के सर्मथकों ने रौता चौराहा के पास उनका काफिला रोक लिया। कहा या तो समर्थन दो या फिर लौट जाओ। अंतत: राज्य सभा सदस्य सिन्हा कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिए बिना ही वापस लौट गए।
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सीतापुर में सांसद पर मारपीट का आरोप
सीतापुर के तंबौर क्षेत्र के ग्रामीणों ने भाजपा सांसद व उनके साथियों पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने मामले की जांच कर सांसद और गनर समेत चार के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है। वहीं सांसद द्वारा आरोपों को दरकिनार करते हुए शराब के नशे में धुत युवकों द्वारा साजिशन बदसलूकी किए जाने की बात कही जा रही है।
तस्वीरों में देखें-महिलाओं में मतदान का उत्साह
सीतापुर के तंबौर क्षेत्र के औरंगाबाद निवासी राजेश कुमार गौतम, रामदयाल गौतम, बाबा दुजी दास, सतीश कुमार, प्रेम कुमार, शिव कुमार, सुरेंद्र कुमार समेत अन्य लोगों द्वारा पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया है कि शनिवार को सांसद राजेश वर्मा अपने साथ कई लोगों को लेकर उनके गांव पहुंचे। यहां सांसद द्वारा भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगते हुए कुछ सवाल किए गए। आरोप है कि सांसद ने जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए राजेश को पीटा व गनर राजेश ने रामदयाल को गाड़ी में डालने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने उसे छुड़ा लिया।
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ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद, गनर व उनके साथ मौजूद शत्रोहन वर्मा व सर्वेश वर्मा निवासीगण बिसवां खुर्द ने वोट न देने पर सबक सिखाने की धमकी दी है। सांसद राजेश वर्मा ने बताया कि मेरे द्वारा कोई मारपीट नहीं की गई है। साजिशन कुछ युवकों द्वारा शराब के नशे में धुत होकर मेरे साथ बदसलूकी की और हाथापाई करने का प्रयास किया, जिस पर मेरे गनर ने मुझे गाड़ी में बैठाया और हम लोग वहां से रवाना हो गए। सीओ बिसवां शेषमणि पाठक ने बताया कि मामले में सांसद, गनर समेत चार के विरुद्ध धारा 171च, 504, 506 आईपीसी और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।