चिकनगुनिया की चपेट में दिल्ली, जानें क्या कहते हैं आंकड़े ?
दिल्ली में चिकनगुनिया के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। नगर निगम रिपोर्ट की मानें तो 10 सितंबर तक चिकनगुनिया के कुल 1724 मामले सामने आ चुके हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली में चिकनगुनिया के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। नगर निगम रिपोर्ट की मानें तो 10 सितंबर तक चिकनगुनिया के कुल 1724 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि दिल्ली में अब तक डेंगू के 1158 मामले आए हैं।
सितंबर के पहले हफ्ते में डेंगू के 387 मामले रिपोर्ट हुए। चिकनगुनिया के 400 से ज्यादा मामले आए। दक्षिणी एमसीडी में 3 सितंबर से 10 सितंबर के बीच सर्वाधिक 139 चिकनगुनिया के मामले आए जबकि उत्तरी एमसीडी में 100 मामले आए। गौरतलब है कि गत वर्ष 2015 में चिकनगुनिया के महज 65 मामले सामने आए थे।
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चिकनगुनिया के लक्षण और उससे जुड़ी कई अहम बातें
बुखार
किसी भी मरीज पर चिकनगुनिया के लक्षण मच्छर काटने के 3-7 दिन बाद दिखने लगते हैं। वैसे तो इसका सबसे अहम लक्षण बुखार और जोड़ों में दर्द है। चिकनगुनिया मच्छर काटने के बाद मरीज के सिर में लगातार दर्द बना रहता है। साथ ही जोड़ों में सूजन भी आने लगती है। चिकनगुनिया में बुखार के बाद 3 से 4 दिन के अंदर शरीर पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं और पूरा शरीर लाल रंग का दिखने लगता है। कई बार आंखें लाल हो जाती हैं और पानी आने लगता है।
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मच्छरों से बचकर रहें
अपने आस-पास कहीं भी पानी जमा न होने दें। रूके हुए पानी में मच्छर पनपते हैं। खुद को मच्छरों से बचाना जरूरी है। रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। शरीर को ढककर रखें ताकि मच्छरों से बचे रहें।चिकनगुनिया होने के बाद कई मरीजों का कुछ दिनों बाद ही जोड़ों में दर्द ठीक हो जाता है, लेकिन कई मरीजों को यह दर्द कई महीनों तक बना रहता है।
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