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    राजेंद्र कुमार के दोस्त ने कबूल किया गुनाह, रिश्वत लेने की बात का किया खुलासा

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Thu, 07 Jul 2016 07:34 AM (IST)

    दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आरोपी अशोक कुमार ने कबूल किया है कि राजेंद्र कुमार के कहने पर ही उन्होंने घूस ली थी।

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    नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीबीआइ ने हिरासत में लिए गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार व अन्य आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। सीबीआइ के पास मौजूद सबूतों कोो देखते हुए आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल करना शुरू कर दिया है।

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    अशोक कुमार ने पूछताछ के दौरान राजेंद्र कुमार के कहने पर रिश्वत की रकम लेने की बात स्वीकार कर ली है। अशोक कुमार दिल्ली सरकार के पूर्व अधिकारी हैं और राजेंद्र कुमार के बचपन के दोस्त हैं।

    5 दिन की रिमांड पर भेजे गए केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार

    सीबीआइ एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंगलवार को रिमांड पर लेने के बाद पांचों आरोपियों को आमने-सामने पूछताछ की गई। उनके सामने जांच एजेंसी ने घोटाले से जुड़े सारे दस्तावेज रख दिये थे। सबूतों को देखने के बाद अशोक कुमार ने स्वीकार किया कि उसने राजेंद्र कुमार के कहने पर रिश्वत की रकम ली थी।

    अब सीबीआइ अशोक कुमार का मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराने की कोशिश करेगी। मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज इस बयान को सबूत के तौर पर देखा जाता है। जाहिर है राजेंद्र कुमार के लिए अब सीबीआइ के शिकंजे से बचना मुश्किल होगा।

    जानें, राजेंद्र कुमार व केजरीवाल के बारे में क्या है एक बड़ी समानता

    गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार और उप सचिव तरुण समेत पांच लोगों को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था। इन पर 2007 से लेकर 2014 तक 50 करोड़ रुपये के ठेके में घोटाले का आरोप है। ये सभी ठेके एक ही कंपनी इंडेवर सिस्टम को दिए गए थे। खासबात यह है कि कंपनी को ठेके वहीं-वहीं मिले, जहां राजेंद्र कुमार की तैनाती होती थी। ठेके देने के लिए राजेंद्र कुमार ने सभी नियमों को ताक पर रख दिया था। सीबीआइ पिछले साल दिसंबर में इस मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।