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    2 लाख एकमुश्त, खाना, कपड़ा, किराया, साल में दो बार छुट्टी और काम चोरी

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Tue, 31 Jan 2017 07:25 PM (IST)

    कांट्रैक्ट पेपर का पर्दाफाश तब हुआ जब पुलिस ने फार्म हाउस और बड़े बैंक्वेट हॉल में शादी-पार्टी के दौरान चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ा।

    2 लाख एकमुश्त, खाना, कपड़ा, किराया, साल में दो बार छुट्टी और काम चोरी

    नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। दो लाख रुपये प्रतिवर्ष एकमुश्त, रहने-खाने का खर्च, किराया, कपड़े और घूमने के लिए टीए-डीए। साथ ही घर जाने के लिए साल में दो बार छुट्टी। जी हां। यह किसी मल्टीनेशनल कंपनी के कर्मचारी का कांट्रैक्ट पेपर नहीं है। यह एक नाबालिग को गैंग में शामिल करने के लिए उसकी मां व गैंग के बीच किया गया करार है।

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    बदमाशों के इस कांट्रैक्ट पेपर में यह भी दर्ज है कि तय रकम के अलावा हर वारदात में लूट-चोरी की रकम में भी उसे बराबर का हिस्सा मिलेगा। इस अनोखे कांट्रैक्ट पेपर का पर्दाफाश तब हुआ जब पुलिस ने फार्म हाउस और बड़े बैंक्वेट हॉल में शादी-पार्टी के दौरान चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ा।

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    पुलिस ने गैंग के सदस्य गोकुल प्रसाद (30), सावंत सिसौदिया (19), लखन सिसौदिया (27), अभिषेक सिसौदिया (25), विकास सिसौदिया (25) को गिरफ्तार किया है। वहीं, 12 वर्ष का एक लड़का भी पकड़ा गया है। सभी मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के हैं। इनके पास से तीन पिस्तौल, 11 कारतूस, नाबालिग के साथ किया गया कांट्रैक्ट पेपर और चोरी की कार मिली है। यह गैंग दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में 100 से ज्यादा वारदात कर चुका है।

    पुलिस ने 14 वारदात सुलझाने का दावा किया है। नाबालिग से काम करवाने के जुर्म में उसकी मां के खिलाफ भी बालश्रम कानून के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मध्य प्रदेश से जल्द ही उसकी मां की भी गिरफ्तारी की जाएगी।

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    सूटबूट पहनकर आते थे वारदात करने

    दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त ईश्वर सिंह के अनुसार, एसीपी ऑपरेशन पलविंद्र सिंह चहल, एएटीएस के इंचार्ज इंस्पेक्टर रिछपाल सिंह, हेड कांस्टेबल सुखेंद्र व संजीव बालियान आदि की टीम इन बदमाशों को कई सप्ताह से तलाश रही थी। टीम ने पीड़ितों से उनके समारोह आदि की सीसीटीवी फुटेज व वीडियो रिकॉर्डिंग हासिल की तो पता चला कि कई वारदातों में यही बदमाश शामिल हैं। पुलिस को यह भी पता चला कि ये दूसरे शहरों में भी ऐसी ही वारदातें करते हैं।

    मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास गैंग को पकड़ा। इनसे न्यू फ्रेंडस कॉलोनी से चोरी की गई एक कार भी मिली है। शातिर शादी-पार्टी में चोरी की कार से सूट-बूट में आते थे। पूरे आत्मविश्वास से गाड़ी पार्क करने के लिए चाबी गार्ड को देते थे। कार की नंबर प्लेट फर्जी होती थी।

    नाबालिग बच्चों के बीच घुल मिलकर कीमती सामान की रेकी करता था। बाकी पांचों साथी खाना खाते, मेहमानों से बातचीत कर दूल्हा-दुल्हन के करीबियों के नाम पता करते। जब मेहमान कम रह जाते थे और गिफ्ट आदि ज्यादा एकत्र हो जाते, तो मौका देखकर ये सामान लेकर अपनी कार से चंपत हो जाते।

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