कंचनजंघा फतह करने निकले अर्जुन, जल्द ही चोटी पर लहराएगा तिरंगा
अर्जुन चार दिन नेपाल की राजधानी काठमांडू में बिताएंगे। यहां चढ़ाई की तैयारी करेगे, उपकरण जुटाएंगे और परमिट लेंगे। ...और पढ़ें

नोएडा [जेएनएन]। पर्वतारोही अर्जुन वाजपेयी विश्व की सर्वाधिक ऊंची चोटियों में से एक कंचनजंघा को फतह करने के लिए नोएडा से नेपाल के लिए रवाना हो गए हैं। अर्जुन चार दिन नेपाल की राजधानी काठमांडू में बिताएंगे। यहां चढ़ाई की तैयारी करेगे, उपकरण जुटाएंगे और परमिट लेंगे।
वाजपेयी सात अप्रैल को काठमांडू से बेस कैंप के लिए रवाना हो जाएंगे। अर्जुन के साथ 12 अन्य पर्वतारोही भी इस अभियान में शामिल है। इसमें जर्मनी, स्विट्जरलैंड व अन्य देशों के पर्वतारोही शामिल हैं। दल के 19 अप्रैल तक बेस कैंप पर पहुंचने की संभावना है। अर्जुन अब तक विश्व की आठ हजार मीटर से ऊंची पांच चोटियों पर तिरंगा फहराकर कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें: माउंट एवरेस्ट पर 'जिंदा लाशें' पर्वतारोहियों को दिखाती हैं रास्ता
खतरनाक चोटियो में से एक
कंचनजंघा दुनिया की सबसे खतरनाक चोटियों में से एक है। अभी तक दुनिया भर के सिर्फ 187 पर्वतारोही ही इसे फतह कर पाए हैं। इसमें भारत के दो-तीन पर्वतारोही ही शामिल हैं।
डॉक्यूमेंट्री और वीडियो करेंगे शूट
इस बार अभियान के दौरान अर्जुन एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाएंगे। इसके अलावा 360 डिग्री वीडियो भी शूट करेंगे। जो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर अपलोड होगा। अर्जुन वाजपेयी ने बताया कि अभियान पूरा होने के बाद डॉक्यूमेंट्री को बच्चों और अन्य पर्वतारोहियों को दिखाया जाएगा। ताकि अभियान के दौरान आने वाली परेशानियों से वे रूबरू हो सकें। इसके अलावा 360 डिग्री वीडियो से कंचनजंघा के नजारे को देखा जा सकेगा।
यह भी पढ़ें: मकालू फतह कर अर्जुन ने रचा इतिहास, लहराया भारतीय तिरंगा
कंचनजंघा एक नजर में
ऊंचाई : 8586 मीटर (28169 फिट)
भौगोलिक स्थिति : दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी, सिक्किम के उत्तर-पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर है।
पहली बार फतह : 25 मई 1955
इन चोटियों को फतह कर चुके हैं अर्जुन
चोटी ऊंचाई स्थिति
माउंट एवरेस्ट 8850 मीटर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी
माउंट ल्होत्से 8516 मीटर चौथी सबसे ऊंची चोटी
माउंट मकालू 8481 मीटर पांचवी सबसे ऊंची चोटी
माउंट चोयू 8188 मीटर छठी सबसे ऊंची चोटी
माउंट मनास्लू 8156 मीटर आठवी सबसे ऊंची चोटी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।