दिल्ली में मुठभेड़, 50 हजार का इनामी बदमाश कासिम मुल्ला गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश कासिम मुल्ला को गिरफ्तार कर लिया। कासिम ने 2012 में वोडाफोन डिस्ट्रीब्यूटर से 14.50 लाख लूटे थे। तभी से वह फरार चल रहा था।
नई दिल्ली [जेएनएन]। मुठभेड़ के बाद दिल्ली पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश कासिम मुल्ला को गिरफ्तार कर लिया। कासिम मुल्ला ने दिल्ली पुलिस की टीम पर फायरिंग की, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट होने के कारण पुलिसकर्मियों की जान बच गई। कासिम ने 2012 में वोडाफोन डिस्ट्रीब्यूटर से 14.50 लाख लूटे थे। तभी से वह फरार चल रहा था। ओखला और आजादपुर मंडी में दुकानदारों से उगाही करता था।
26 जनवरी की रात को स्पेशल स्टाफ के एएसआइ सुखबीर को सूचना मिली थी कि कुख्यात कासिम मुल्ला ओखला फेज-3 मोदी मिल फ्लाईओवर के पास पहुंच रहा है। एसीपी ऑपरेशन केपी सिंह, इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार, एसआइ योगेश कुमार ने इलाके की घेराबंदी कर ली। रात करीब 1 बजकर 40 मिनट पर कासिम मुल्ला एक सफेद रंग की बाइक से वहां पहुंचा।
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जब वह ओखला मंडी में कैप्टन गौर मार्ग से बाहर निकल रहा था तभी टीम ने उसे रोक लिया, लेकिन सरेंडर करने के बजाय उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। उसने पुलिस टीम पर चार राउंड फायरिंग की। दो गोली एसआइ योगेश कुमार व एएसआइ सुखबीर के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। पुलिस ने भी जवाब में उस पर तीन गोलियां चलाई और आखिरकार उसे दबोच लिया। उसके पास से .32 बोर की एक पिस्टल व पांच कारतूस बरामद हुए।
साउथ-पूर्व डीसीपी रोमिल बानिया ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि 2006 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया। कासिम अपने साथ तीन हथियार रखता था और लोगों से उगाही करने के दौरान धुंआधार फायरिंग करता था। 1998 में भी उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। आर्म्स एक्ट के मामले भजनपुरा थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था और 2011 तक वह जेल में था।
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जेल से बाहर आने के बाद 2012 में उसने ब्रह्मापुरी दिल्ली निवासी केसर व प्रेम नगर लोनी गाजियाबाद निवासी राशिद उर्फ गोलू के साथ मिलकर भजनपुरा में वोडाफोन डिस्ट्रीब्यूटर से 14.50 लाख रुपये की लूट की थी। 23 अगस्त 2016 को दिल्ली पुलिस आयुक्त ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। 2012 में ही उसने शालीमार गार्डन निवासी वीनू पंडित के साथ मिलकर मोदीनगर निवासी जिशान की हत्या की थी। वीनू से मिलने के बाद 2012 से ही वह ओखला मंडी व गाजीपुर सब्जी मंडी के दुकानदारों से उगाही करता था।
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