बैंक हड़ताल: बिहार में भी बैंकों में लटके ताले, सूने पड़े एटीएम
आज प्रदेश के लगभग 7200 हजार बैंक कर्मचारी राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल में शामिल हैं। हड़ताल का व्यापक असर पूरे राज्य में देखा जा रहा है।
पटना [जेएनएन]। केंद्र सरकार की बैंक विरोधी नीतियों के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर आज प्रदेश के लगभग 7200 बैंक कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में शामिल हैं। बिहार प्रोविंसियल बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के सचिव ने बताया कि इस हड़ताल में नौ बैंक यूनियंस के कर्मचारी संयुक्त रूप से शामिल हैं।
राष्ट्रव्यापी एक दिवसीय बैंक हड़ताल का पटना सहित पूरे बिहार में व्यापक असर देखा जा रहा है। बिहार की 6775 बैंक शाखाएं और 6690 एटीएम भी इस हड़ताल से प्रभावित हैं । पटना के बैंकों में भी हड़ताल का प्रभाव देखने को मिल रहा है, बैंक कर्मचारी सरकार विरोधी नारे लगा रहे हैं और बंद बैंकों के बाहर धरने पर बैठे हैं। ग्रामीण बैंक के अलावा निजी बैंकों की शाखाएं भी बंद हैं।
बिहार प्रोविंसियल बैंक इम्पलाइज एसोसिएशन के सचिव संजय तिवारी हड़तालियों के साथ पटना में मौजूद हैं। हड़ताल में भारतीय स्टेट बैंक, ग्रामीण बैंक भी शामिल हैं। आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डा कुमार अरविंद ने कहा कि बैंकों का कर्ज जानबूझ कर दबाने वालों पर आपराधिक मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
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बैंक हड़ताल में एटीएम सहित सभी सरकारी और निजी बैंकों में पूरी तरह तालाबंदी की गई है, इस दौरान सभी तरह के बैंकिंग का कार्य पूरी तरह ठप हैं। बिहार में कुल 6,690 एटीएम है, जो प्रभावित रहेंगे। सचिव ने बताया कि हड़ताल में प्रदेश के 72 हजार से अधिक बैंक कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए हैं।
सोमवार की शाम को बैंक इंप्लाइज फेडरेशन, बिहार इकाई की ओर से बैंक कर्मचारियों ने पटना के डाकबंगला चौराहे पर बंद के समर्थन में रैली निकाली और सरकार विरोधी नारे लगाये। रैली को फेडरेशन के अध्यक्ष बी प्रसाद, महासचिव जेपी दीक्षित आदि ने भी संबोधित किया। हड़ताल को देखते हुए लोगों को परेशानियों से बचने के लिए सरकारी तथा निजी बैंकों ने अपने-अपने एटीएम को देर शाम को ही फुल कर दिया था।