Move to Jagran APP

लालू ने मिट्टी घाेटाला के आरोप को बताया गलत, कहा- मॉल की जमीन हमारी

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि हमने जू को एक रूपये की भी मिट्ठी नहीं बेची है। मिट्टी घोटाला का आरोप मनगढ़ंत है। मॉल की जमीन हमारी है। यह कानूनी रूप से भी सही है।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 09 Apr 2017 01:17 PM (IST)Updated: Sun, 09 Apr 2017 10:26 PM (IST)
लालू ने मिट्टी घाेटाला के आरोप को बताया गलत, कहा- मॉल की जमीन हमारी
लालू ने मिट्टी घाेटाला के आरोप को बताया गलत, कहा- मॉल की जमीन हमारी

पटना [राज्य ब्यूरो]। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा लगाए गए मिïट्टी एवं जमीन घोटाले के आरोपों पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने जवाब दिया। मोदी के सभी आरोपों को लालू ने मनगढ़ंत बताया और अपनी छवि बिगाडऩे की साजिश करार दिया।लालू ने कहा कि संजय गांधी जैविक उद्यान को एक रुपये की भी मिट्टी नहीं बेची गई है। आरोप लगाने वाले खुद घोटालेबाज हैं। 

loksabha election banner

मॉल की जमीन मेरी, लेकिन मिट्टी जू को नहीं बेचा
लालू ने कहा कि मेरे बच्चों एवं पत्नी को बदनाम किया जा रहा है। कई दिनों से सगुना मोड़ स्थित निमार्णाधीन मॉल की मिट्टी 90 लाख रुपये में जैविक उद्यान में बेचे जाने का आरोप लगाया जा रहा है। उनके पुत्र पयार्वरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव पर भी बगैर निविदा के ही मॉल की मिट्टी को अपने विभाग को बेचने का आरोप लगाया गया हैं जो मनगढ़ंत है।

हालांकि लालू ने माना कि जमीन उन्हीं की है, जहां मेरिडियन कंपनी पार्टनरशिप में मॉल बना रही है। लालू ने कहा कि मोदी की आदत ही है आरोप लगाते रहने की। लालू ने दावा किया कि मॉल से निकली एक रुपये की भी मिट्टी जू को नहीं बेची गई है। मुख्य सचिव के निर्देश पर वन विभाग इसकी जांच भी कर रहा है। मिट्टी को फुलवारीशरीफ और दानापुर के कब्रिस्तान को भेजी गई है। जू में कहां से आई, इसका खुलासा जांच से हो जाएगा।

होटल कारोबारी को नहीं पहुंचाया फायदा
पुरी एवं रांची के यात्री निवासों को कोचर बंधु को दिए जाने के आरोप को भी लालू ने निराधार बताते हुए केंद्र की अटल बिहारी सरकार का हवाला दिया। लालू ने कहा कि 1999 में वाजपेयी सरकार ने इंडियन रेलवे कैटङ्क्षरग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) का गठन किया था। इसके गठन का उद्देश्य रेल यात्रियों को कैटरिंग एवं पर्यटन की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है।

आईआरसीटीसी ने निविदा निकालकर दिसंबर 2006 में ऊंची बोली लगाने वाले कोचर बंधु को 15 वर्ष की लीज पर दोनों यात्री निवास दिया गया था। इसमें रेल मंत्री की कोई भूमिका नहीं होती है। इसी तरह ऊंची बोली लगाने वाले टाटा ग्र्रुप को दिल्ली व कोलकाता का यात्री निवास दिया गया था।

यह भी पढ़ें: सुमो बोले- आखिर लालू ने कबूल किया कि 500 करोड़ के मॉल के हैं मालिक

डिलाइट कंपनी फर्जी नहीं
लालू ने सुशील मोदी के उस आरोप को भी गलत बताया जिसमें डिलाइट कंपनी को फर्जी बताया गया है। लालू ने कहा कि कंपनी का निर्माण 1981 में ही हुआ था। 36 वर्ष पुरानी इस कंपनी का कुछ शेयर शेयर इनकम टैक्स के प्रावधानों के तहत राबड़ी देवी ने 2014 में खरीदा था। उस समय वह किसी पद पर नहीं थीं। कंपनी के कुछ शेयर तेजप्रताप एवं तेजस्वी यादव के पास भी है, जिन्हें राबड़ी देवी ने गिफ्ट में दिया है।

यह भी पढ़ें: नित्यानंद के खिलाफ आवाज उठाने पर चला हंटर, चार नेताओं से जवाब-तलब

परिवार के लिए सब सोचते हैं
गरीबों के नेता कहे जाने के बावजूद मॉल निर्माण के मकसद के सवाल पर लालू ने हर आदमी चाहता है कि अपने परिवार के लिए कुछ करे। हम ऐसा कर रहे हैं, तो क्या गलत है। लालू ने कहा कि 9 साल पुराने मामले को उठाकर मोदी अपनी बदनामी करा रहे। सुशील मोदी पर मुकदमा करने के सवाल पर लालू ने कहा कि हम ऐसा नहीं करने जा रहे हैं। हम मुकदमेबाज नहीं हैं।

यह भी पढ़ें: मरीज छह, डॉक्टर सात और बेड पचास, ऐसा है राजधानी का यह अस्पताल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.