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    सुशील मोदी ने कहा, नोटबंदी पर लालू पड़े अकेले, सहयोगियों ने नकारा

    By Kajal KumariEdited By:
    Updated: Wed, 28 Dec 2016 10:24 PM (IST)

    बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है कि नोटबंदी पर लालू को सहयोगी पार्टियों का साथ नहीं मिला, वे अकेले पड़ गए। जनता ने भी उन्हें आइना दिखा दिया है।

    पटना [राज्य ब्यूरो]। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि नोटबंदी पर लालू यादव अकेले पड़ गए हैं। सहयोगी दलों ने उन्हें नकार दिया है। राजनीतिक चौराहे पर अलग-थलग पड़े लालू के धरने का जहां बुधवार को महागठबंधन के घटक दल जदयू और कांग्रेस ने बहिष्कार किया वहीं, प्रधानमंत्री के समर्थन में मजबूती से खड़ी जनता ने भी आइना दिखाने का काम किया।

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    नोटबंदी से उद्योग-धंधे चौपट होने की बात कहने वाले लालू यादव बताएं कि क्या उनके 15 वर्ष के राज में बिना नोटबंदी के ही उद्योग-धंधों पर ताला नहीं लग गया था। कारोबारी बिहार से पलायन करने के लिए विवश नहीं थे? क्या रोजी-रोटी की तलाश में यहां से बाहर जाने वाले लोग अपने को बिहारी कहलाने में शर्म महसूस नहीं करते थे।

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    काला धन पर बकवास कर रहे लालू यादव बताएं कि दिल्ली में बने राबड़ी भवन के लिए 100 करोड़ रुपये कहां से आए? लालू यादव के एक बेटे जिनकी न पढ़ाई पूरी हुई है और न ही उनका कोई उद्योग-व्यापार है, फिर उनके पास 30 लाख की बीएमडब्ल्यू कार और 20 लाख की बाइक कहां से आ गई?

    डेढ़ करोड़ रुपये दूसरों को कर्ज देने के लिए कहां से आ गए? पटना और आस पास के इलाके में लालू यादव ने दर्जनों रिहाइशी और कई बीघा कृषि भूमि कैसे अर्जित कर ली?

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    एक दिन पहले दिल्ली में नोटबंदी का विरोध कर रहे राहुल गांधी को भी जोरदार झटका तब लगा जब ममता बनर्जी को छोड़ कर उन्हें किसी प्रमुख पार्टी और नेता का साथ नहीं मिला। भारत बंद जहां बुरी तरह से विफल रहा वहीं, पटना में ममता बनर्जी के धरना में राजद नेताओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'गद्दार कहा गया।

    अब अपनी झेंप मिटाने के लिए लालू यादव कह रहे हैं कि अहम के कारण कुछ नेता नोटबंदी विरोधी धरना में शामिल नहीं हुए।