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    महागठबंधन में तकरार: सोनिया गांधी की पहल से टला बिहार का सियासी संकट

    By Kajal KumariEdited By:
    Updated: Thu, 20 Jul 2017 10:56 PM (IST)

    बिहार महागठबंधन में चल रही खींचतान के बीच संतुलन बनाने में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहल की थी। सोनिया गांधी के हस्तक्षेप करने के बाद राजद-जदयू के बीच सुलह हुई है।

    महागठबंधन में तकरार: सोनिया गांधी की पहल से टला बिहार का सियासी संकट

    पटना [राज्य ब्यूरो]। राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को चुनौती देने की कवायद में जुटी कांग्रेस ने बिहार के राजनीतिक गतिरोध को टालने में अहम भूमिका निभाई। दिल्ली में पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शरद यादव की मुलाकात ने संवाद का द्वार खोला।

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    उसके बाद सोनिया गांधी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद से बारी-बारी कई राउंड की बातचीत ने सुलह का प्लेटफॉर्म तैयार किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुलाकात के पहले प्रमाणिक सफाई के सवाल पर करीब दो हफ्ते से महागठबंधन में घमासान की स्थिति थी।

    लालू प्रसाद के आवास पर सीबीआइ छापे के बाद से महागठबंधन के दो बड़े घटक दलों की राहें जुदा-जुदा लगने लगी थीं। राजद एवं जदयू के शीर्ष नेताओं में लंबी होती संवादहीनता के कारण मतभेद और गहराता जा रहा था। दोनों तरफ के कुछ बड़बोले नेताओं एवं प्रवक्ताओं के बयान आग में घी का काम कर रहे थे।

    सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने खासतौर से नीतीश कुमार एवं उनके सलाहकारों से संपर्क किया। सोनिया ने मामले को समझा और समझौते की पहल की।

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने महागठबंधन में संवादहीनता के हालात में दोनों तरफ के शीर्ष नेताओं के लगातार संपर्क में रहे। वह कांग्रेस आलाकमान को बिहार की स्थिति से अवगत कराते रहे। जिसके बाद मामल सुलह तक पहुंचा। कांग्रेस के लालू प्रसाद एवं नीतीश कुमार के साथ अच्छे रिश्ते के कारण मामले को ठंडा करने में कामयाबी मिली।

    भ्रष्टाचार विरोधी कानून के कारण लालू के संबंध राहुल गांधी से सहज नहीं हैं, लेकिन सोनिया गांधी और लालू एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं।

    जीतनराम मांझी ने कहा-लालू नीतीश कर रहे नूरा-कुश्ती का खेल
    पूर्व मुख्यमंत्री, जीतन राम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति से समझौता कर लिया है। यदि ऐसा नहीं होता तो अबतक वह तेजस्वी प्रसाद यादव से इस्तीफा ले लेते । लालू के बीच केवल दिखावे के लिए नूराकुश्ती हो रही है।

    सुशील मोदी ने कहा-सीएम ने भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया
    पूर्व उपमुख्यमंत्री, सुशील मोदी ने कहा कि जिस तरह से तेजस्वी राजद के मंत्रियों के जुलूस के साथ कैबिनेट की बैठक में गए मानो सीएम को धमकी दे रहे थे कि पूरी पार्टी उनके साथ है, मुख्यमंत्री उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं? क्या सीएम ने भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया?

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    तेजस्वी ने कहा-पार्टी कहेगी तो दे देंगे इस्तीफा
    इसका जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बताया कि नीतीश से मुलाकात सामान्य रही। हमारी पार्टी अगर कहेगी तो तुरंत इस्तीफा दे देंगे। हम जनता और पार्टी के प्रति कृतज्ञ हैं। जनता ने विधायक बनाया है और पार्टी ने विधायक दल का नेता चुना है। मीडिया में जैसा बताया जा रहा है वैसा कुछ नहीं है। केंद्र सरकार के इशारे पर मेरे खिलाफ साजिश रची गई है। जनता के सामने सफाई पेश करेंगे। महागठबंधन अटूट है।

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