नहीं मिली सरकारी मदद तो जलकुंभियों को जोड़कर बना दी सड़क
बिहार के खगडि़या जिले में जब सरकारी मदद नहीं मिली तो युवाओं और बच्चों ने जलकुंभी की मदद से चलने लायक सड़क बना दिया। ...और पढ़ें

खगडि़या [अमरेश]। कोसी-बागमती नदी के इलाके में बारिश के समय कच्ची-पक्की सड़कों का टूटना, कटना या बह जाना बड़ी बात नहीं है। ऐसा लगभग हर बरसात में होता है और लोग सरकार के भरोसे बैठे रहते हैं। इसी इलाके के शहरबन्नी स्थित पाठक टोल-कंठारी की कटी कच्ची सड़क को जलकुंभियों से जोड़कर बच्चों ने चलने के लायक बना दिया है।
ऐसे बनी सड़क
जिले की वीआइपी पंचायतों में शुमार शहरबन्नी के पाठक टोला और कंठारी को डेढ़ किलोमीटर की कच्ची सड़क आपस में जोड़ती है। यह सड़क पाठक टोला, मुसहरिया और कंठारी नामक तीन गांव-टोलों की लाइफलाइन है। पिछले दिनों हुई भारी बारिश के दौरान यह सड़क 10-15 फीट की दूरी तक कट गई। इस हिस्से में घुटना भर पानी जमा हो गया। इससे आवागमन में लोगों को भारी परेशानी हो रही थी।
एक दर्जन बच्चों ने किया काम
प्रदीप (12) और विपिन (11) के नेतृत्व में लगभग एक दर्जन बच्चों ने भाखन (जलकुंभी) से कटी सड़क को पाटकर आवागमन सुगम बनाने का निर्णय लिया। इन्होंने जान जोखिम में डालकर बगल के गड्ढे से जलकुंभियां एकत्र कीं और इनसे सड़क के कटे हिस्से को भर दिया। अब लोग आराम से इस सड़क पर चल रहे हैं। प्रमोद (10) व शिवनंदन (11) आदि बच्चों ने भी इस काम में सहयोग किया।
पूर्वजों के ज्ञान का किया प्रयोग
प्रदीप के अनुसार उसने बूढ़े-बुजुर्गों से सुना था कि पहले बाढ़-बरसात के समय में पानी बढऩे पर वे जलकुंभियों की बेड़ (नाव) बनाकर नदी पार करते थे। हल्की होने के कारण जलकुंभियां पानी में नहीं डूबती हैं। इसी कारण जलकुंभियों का प्रयोग कर सड़क को चलने के लायक बनाया गया है। सड़क के लिए बच्चे लोगों से चंदा भी एकत्र कर रहे हैं। इस राशि से बरसात के बाद मिट्टी भराई जाएगी।
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बरसात के कारण पाठक टोल-कंठारी सड़क का निर्माण कार्य रुका हुआ है। बच्चों ने जलकुंभियों को जोड़कर अभी इसपर आवागमन सहज कर दिया है। यह काम प्रशंसनीय है।
शैलिया देवी
मुखिया, शहरबन्नी
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