...तो मसूद अजहर के परिवार की मदद करेंगे पाकिस्तानी क्रिकेटर? सलमान आगा के एक एलान ने खोल दी पोल
एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत की जीत के बाद पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा ने विवादित घोषणा की कि वे अपनी मैच फीस उन नागरिकों को दान करेंगे जो भारत के हमले में मारे गए। इस घोषणा से सवाल उठ रहे हैं कि क्या पाकिस्तानी टीम आतंकवादियों के साथ खड़ी है क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के ठिकानों को नष्ट किया गया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इस ऑपरेशन ने आतंकिस्तान पर की कमर तोड़ दी। अब खेल के मैदान पर भी भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों को दिन में तारे दिखा दिए।
दरअसल, रविवार को हुए एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इस खेल में हाल के बाद पाकिस्तान टीम के कप्तान सलमान आगा ने एक ऐसा एलान किया, जिससे सिद्ध हो गया कि पाकिस्तान का आतंक और आतंकियों से पुराना नाता है और वह उसके साथ हमेशा खड़े रहे हैं।
पाकिस्तानी कप्तान के इस एलान के बाद उठने लगे सवाल
एशिया कप 2025 के फाइनल मैच में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। 28 सितंबर को हुए इस महामुकाबले में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान ने कहा कि हम और हमारी पूरी टीम अपनी मैच की फीस उन सभी नागरिकों और बच्चों को दान करना चाहती है, जो हाल के दिनों में भारत की ओर से हुए हमले में मारे गए।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान आगा के इस एलान के बाद एक गंभीर सवाल खड़ा हो गया। आगा के इस बयान के बाद यह तो स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम आतंकवादियों के साथ खड़ी है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान और पीओके में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के ठिकानों को नष्ट किया था। इस हमले में मसूद अजर के परिवार को 10 से 14 लोगों की जान गई थी। इसके अलावा भारतीय हमले में 100 आतंकी भी मारे गए।
तो पाकिस्तानी क्रिकेटर आतंकियों के साथ खड़े हैं?
अब पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान सलमान आगा के बयान से साफ है कि वह अपनी मैच फीस से मसूद अजहर के परिवार की मदद करना चाह रहे हैं। उनका और उनकी टीम का इरादा पाकिस्तान में पल रहे आतंकियों और उनके परिवार की मदद करना है।
ताश के पत्ते की तरह बिखर गया था आतंकी ठिकाना
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पीओके में बसे नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का आतंकी ठिकाना भी ताश की पत्तों की तरह बिखर गया था। बता दें कि भारतीय सेना ने बहावलपुर को निशाना इसलिए बनाया गया क्योंकि यह जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है।
भारत में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है मसूद अजहर
गौरतलब है कि दिल्ली और मुंबई में आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में आतंकवादी मसूद अजहर का अहम रोल रहा है। भारत में वह वांटेड है और पाकिस्तान में जाकर छिपा है। हाल के दिनों में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद शीर्ष कमांडर मसूद इलियासी कश्मीरी ने स्वीकार किया है कि दिल्ली और मुंबई में आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में आतंकवादी मसूद अजहर का हाथ था। इस दावे के बाद पाकिस्तान की बड़ी पोल खुल गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।