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    रेगिस्तान के बीचों-बीच मिला 500 साल पुराना खजाना, समुद्र से यहां कैसे पहुंचा सोने से भरा जहाज?

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 02:24 PM (IST)

    नामीब मरुस्थल में पुरातत्वविदों को 500 साल पुराना पुर्तगाली जहाज 'बॉम जीसस' मिला। यह जहाज 2008 में हीरा खनन के दौरान खोजा गया था। इसमें 2,000 सोने के ...और पढ़ें

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    नामीबिया में मिला 500 साल पुराना जहाज (सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफ्रीका के नामीबिया में स्थित नामीब मरुस्थल में पुरातत्वविदों ने एक ऐसी खोज की, जिसने सभी को हैरानी में डाल दिया। पुरातत्वविदों को रेगिस्तान के बीचों-बीच सोने ने भरा जहाज मिला, जिसके लिए दावा किया गया कि यह 500 साल पुराना जहाज है।

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    नामीब मरुस्थल में 500 साल पुराने पुर्तगाली जहाज के मिलने से ये चर्चा शुरू हो गई है कि समुद्र में चलने वाला जहाज आखिर मरुस्थल के बीचों-बीच कैसे पहुंचा, आइए जानते हैं।

    रेगिस्तान में मिला खजाना

    futura sciences.com के मुताबिक, नामीबिया में इस जहाज की खोज साल 2008 में हीरा खनन के दौरान हुई। खनन के दौरान यहां से पानी हटाया गया। यहां 200 मीटर के इलाके में खुदाई करते वक्त पुरातत्वविदों को एक लकड़ी का ढांचा मिला।

    पुरातत्वविदों ने इस जहाज को 'ओरांजेमुंड शिपव्रेक' नाम दिया. बाद में रिसर्च के बाद पता चला कि इस जहाज का नाम Bom Jesus था, जो कि 1500 के दशक में समुद्र में डूब गया था।

    खजाने में क्या-क्या मिला?

    रेगिस्तान में मिले इस जहाज के अंदर से करीब 2,000 सोने के सिक्के, चांदी के सिक्के, सैकड़ों किलो की तांबे की सिल्लियां और हाथी दांत मिले। इतने साल बाद भी खोज के दौरान ये सभी चीजें बेहतर हालात में मिलीं। ये सभी सामान उस दौर के व्यापार के बारे में भी जानकारी देता है।

    समुद्र से रेगिस्तान कैसे पहुंचा जहाज?

    इतिहासकार इस जहाज के बारे में बताते हैं कि Bom Jesus भारत की ओर व्यापार करने के लिए आ रहा था। मार्च 1533 में नामीबिया के तट पर एक भीषण तूफान आया, जिसके चलते ये जहाज चट्टानों से टकराकर डूब गया।

    इस जहाज पर उस समय 200 लोग सवार थे। पुरातत्वविदों को रेगिस्तान में 500 साल पुराना जहाज तो मिला, लेकिन इसके आस-पास किसी भी इंसान के अवशेष नहीं मिले। वहीं इस जहाज के डूबने के बाद ये भी नहीं पता चला कि वे 200 लोग कहां गायब हो गए, पुरातत्वविदों के लिए अभी भी यह एक बड़ी पहेली है।

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