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Nancy Pelosi Taiwan Visit : अमेरिकी नेता नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर चीन ने जताया ऐतराज, जानिए चीनी प्रवक्ता ने क्या कहा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआंग ने कहा पेलोसी की यात्रा चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा है। झाओ लिजिआंग ने आगे कहा यह यात्रा चीन-अमेरिका संबंधों की नींव को गंभीर रूप से प्रभावित करेगी और ताइवान की स्वतंत्रता बलों तक गलत संकेत जाएगा।

By Piyush KumarEdited By: Published: Tue, 19 Jul 2022 08:40 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jul 2022 08:40 PM (IST)
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की फाइल फोटो

 बीजिंग, एजेंसियां। ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका एक बार फिर आमने-सामने आ चुके हैं। चीन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि अगर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (US House of Representatives Nancy Pelosi) ताइवान की यात्रा करेंगी तो चीन 'दृढ़ और कड़े कदम' उठाएगा। फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, नैंसी पेलोसी अगस्त महीने में ताइवान की यात्रा करने वाली हैं। इससे पहले वह अप्रैल महीने में ताइवान जाने वाली थीं, लेकिन कोरोना संक्रमित होने की वजह से उन्होंने यात्रा को स्थगित कर दिया। पेलोसी से पहले पूर्ववर्ती स्पीकर न्यूट गिंगरिच ने 25 साल पहले ताइवान की यात्रा की थी। बता दें कि चीन ने ताइवान पर बलपूर्वक कब्जा करने की कसम खाई है। साथ ही चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र के पास युद्धक विमानों को उड़ाने और सैन्य अभ्यास भी किया है। चीन के मुकाबिक, यह कार्य अमेरिका को चेतावनी देने के लिए की गई है। 

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झाओ लिजिआंग ने यात्रा को लेकर उठाए सवाल

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआंग ने एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा, 'पेलोसी की यात्रा 'चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा है। झाओ लिजिआंग ने आगे कहा, 'यह यात्रा चीन-अमेरिका संबंधों की नींव को गंभीर रूप से प्रभावित करेगी और ताइवान की स्वतंत्रता बलों तक गलत संकेत जाएगा।

झाओ ने आगे कहा, 'अगर अमेरिका गलत रास्ते पर जाने पर जोर देते हैं, तो चीन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ और मजबूत कदम उठाएगा। बता दें कि चीन ने हाल के दिनों में ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री पर भी अपनी बयानबाजी तेज कर दी है। बता दें कि चीन ने अमेरिका के साथ लगभग 10.8 करोड़ डालर के सौदे को रद्द करने की मांग की है।

ताइवान का बलपूर्वक चीन में शामिल नहीं किया जा सकता: अमेरिका 

गौरतलब है कि चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी स्थायी सेना है, जिसमें तेजी से परिष्कृत नौसेना और मिसाइलों की एक विशाल सूची 180 किमी (100 मील) चौड़ी ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait) में है। रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, 'चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, ताइवान की स्वतंत्रता के बाहरी ताकतों और अलगाववादी साजिशों के किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप को पूरी तरह से विफल कर देगी।' वहीं, अमेरिका का कहना है कि ताइवान का बलपूर्वक चीन में शामिल नहीं किया जा सकता है।


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