US-Russia Conflicts: काला सागर में रूस ने मार गिराया अमेरिकी ड्रोन? दोनों देश में बढ़ा तनाव; पढ़ें अपडेट्स
US drone and Russia jet crash रूस फाइटर जेट्स ने 14 मार्च को काला सागर के ऊपर उड़ रही अमेरिकी ड्रोन MQ-9 रीपर को मार गिराया है।अमेरिका ने दावा किया कि ये घटना उस दौरान हुई जब रूसी जेट और अमेरिकी ड्रोन काला सागल के ऊपर चक्कर लगा रहे थे।

वाशिंगटन, एजेंसी। US drone and Russia jet crash: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच काला सागर में रूस के सुखोई-27 विमान के अमेरिका के रीपर ड्रोन से टकराने की खबरें सामने आ रही हैं। इस घटना को लेकर अमेरिका और रूस ने अपने बयान दिए हैं। दोनों ही देशों ने इस घटना को लेकर कड़ा विरोध जताया है। सवाल है कि क्या सच में रूस ने अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया?
अमेरिका ने दावा किया कि ये घटना उस दौरान हुई जब रूसी जेट और अमेरिकी ड्रोन काला सागल के ऊपर चक्कर लगा रहे थे। अमेरिका ने कहा कि रूसी Su-27 फाइटर जेट का अमेरिका के MQ-9 रीपर ड्रोन से टकराव हुआ, जिसके कारण अमेरिकी ड्रोन सीधे काला सागर में जाकर गिर गई।
दोनों देशों में बढ़ा तनाव
इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। दोनों ही देश एक-दुसरे पर आरोप लगा रहे है। वहीं, पेंटागन के एक प्रवक्ता ने संभावना जताई है कि रक्षा विभाग अंततः टकराव के वीडियो को सार्वजनिक कर सकता है। अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक गिरे हुए ड्रोन को बरामद नहीं किया गया है। उसे ढूंढा जा रहा है ताकि वह गलत हाथों में न लगे।
अमेरिका ने क्या कहा?
पेंटागन और अमेरिकी यूरोपीय कमांड ने घटना के बारे में कहा कि दो रूसी एसयू-27 विमानों ने अमेरिकी ड्रोन को पहले घेरा और फिर उसपर फ्यूल गिराया। अधिकारियों ने आगे कहा कि रूसी जेट ने 30 से 40 मिनट तक कई बार ड्रोन के सामने और आसपास उड़ान भरी और फिर रूसी विमानों में से एक ने MQ-9 के प्रोपेलर को टक्कर मार दी, जिससे अमेरिकी ड्रोन सीधा काला सागर में जाकर गिर गया। बता दें कि अमेरिका का ड्रोन काला सागर पर एक नियमित निगरानी मिशन चला रहा था।
जानबूझकर अमेरिकी ड्रोन को मारी टक्कर?
अमेरिकी वायुसेना के अधिकारी जनरल जेम्स हेकर ने कहा कि अमेरिका ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र के ऊपर नियमित उड़ान पर था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि टक्कर एक दुर्घटना थी या जानबूझकर, लेकिन दोनों पक्ष सहमत हैं कि रूसी विमान ड्रोन को रोकने की कोशिश कर रहे थे। बता दें कि काला सागर वो क्षेत्र है, जिसकी सीमाएं रूस और यूक्रेन से मिलती हैं। यूक्रेन को लेकर इस क्षेत्र में लंबे समय से तनाव बना हुआ है।
रूस ने क्या कहा?
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी ड्रोन रूसी सीमा के पास उड़ रहा था। रूस का दावा है कि अमेरिकी ड्रोन ऐसे क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थेजो कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से बाहर था। उन्होंने कहा कि रूसी सेना ने अमेरिकी ड्रोन को रोकने के लिए लड़ाकू विमानों को उतारा था। रूस ने दावा किया कि 'तीव्र युद्धाभ्यास के परिणामस्वरूप, अमेरिकी ड्रोन ऊंचाई के नुकसान के साथ बेकाबू उड़ान में चला गया और पानी की सतह से टकरा गया।' रूस ने साफ किया है कि उसका लड़ाकू विमान अमेरिकी ड्रोन से नहीं टकराया, बल्कि ड्रोन पहले ही काला सागर में गिर गया।
MQ-9 रीपर ड्रोन क्या है?
MQ-9 रीपर वायु सेना का एक बड़ा मानव रहित विमान है जिसे दो व्यक्तियों की टीम द्वारा रिमोट से संचालित किया जाता है। इसमें एक ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन और उपग्रह उपकरण शामिल हैं और इसमें 66-फुट (20-मीटर) विंगस्पैन है। टीम में एक रेटेड पायलट शामिल होता है जिसे विमान उड़ाने की जिम्मेदारी मिलती है और एक सूचीबद्ध एयरक्रू सदस्य होता है जिस पर सेंसर के संचालन और हथियारों का मार्गदर्शन करने का कार्य सौंपा जाता है।
क्या पहले भी हुई ऐसी घटनाएं?
हां, इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी है। काला सागर क्षेत्र में वर्ष 2020 में रूस के एक फाइटर जेट ने काला सागर के ऊपर अमेरिका के बी-52 बॉम्बर का रास्ता रोकने की कोशिश की थी। दोनों एयरक्राफ्ट
30 मीटर तक करीब आ गए थे। गौरतलब है कि 2014 में रूस की तरफ से क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद से ही अमेरिका के युद्धपोत लगातार काला सागर में तैनात किए जा रहे है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।