शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित समय से पहले हासिल कर सकता है भारत, IMF प्रबंध निदेशक का बड़ा बयान
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जार्जीवा ने कहा कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में तुलनात्मक रूप से आकर्षक स्थल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि में अकेले 15 प्रतिशत का योगदान देगा। (फोटो एपी)
वाशिंगटन, पीटीआई। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जार्जीवा ने कहा है कि 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित करने वाला भारत इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को तय समय से पहले भी हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत जैसा बड़ा देश जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाए।
एक साक्षात्कार में जार्जीवा ने कहा कि भारत ने जो प्रयास किया है, वह काफी सराहनीय है, क्योंकि यह लगभग 1.4 अरब लोगों का देश है जिन्हें विकास के अवसरों की जरूरत है। फिर भी भारत बहुत महत्वाकांक्षी उद्देश्यों को पूरा करने में कामयाब हो रहा है। उन्होंने ऊर्जा के मुख्य स्त्रोत के रूप में सौर ऊर्जा का उपयोग करने और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के माध्यम से इसे वैश्विक स्तर पर ले जाने संबंधी उसके कार्यक्रम के लिए भारत की सराहना की।
भारत अब भी आकर्षक स्थल, 2023 में वैश्विक वृद्धि में देगा 15 फीसदी का योगदान
जार्जीवा ने कहा कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में तुलनात्मक रूप से 'आकर्षक स्थल' बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि में अकेले 15 प्रतिशत का योगदान देगा। जार्जीवा ने बताया, 'भारत का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा है। हमें उम्मीद है कि मार्च में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में भारत 6.8 प्रतिशत की उच्च वृद्धि दर बनाए रखेगा। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए हमारा अनुमान 6.1 प्रतिशत है।'
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उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि बाकी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं की तरह थोड़ी धीमी होगी, लेकिन वैश्विक औसत से ऊपर रहेगी।
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