Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kashipur Firing Case : मुरादाबाद पुलिस ने भेजा जवाब, उत्तराखंड पुलिस ने नकारा, बोली- हमें नहीं मिला कोई जवाब

    By Jagran NewsEdited By: Rajesh Verma
    Updated: Sat, 15 Oct 2022 08:31 PM (IST)

    Kashipur Firing Case डीआइजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने डीआइजी मुरादाबाद को पत्राचार कर पूछा था कि UP पुलिस काशीपुर क्यों आई थी और फिर बिना बताए क्यों चली गई थी। इस पर SSP मुरादाबाद ने जवाब भेजा था। जो अब तक डीआइजी कुमाऊं को नहीं मिला है।

    Hero Image
    डीआइजी कुमाऊं ने बताया कि पत्र मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : Kashipur Firing Case : ऊधम सिंह नगर के काशीपुर के कुंडा में यूपी पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई तकरार उलझती जा रही है। मामले में उत्तराखंड पुलिस ने मुरादाबाद पुलिस पर कई आराेप लगाए थे, जिसके जवाब में मुरादाबाद पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को पत्र भेजकर जवाब दे दिया है, लेकिन यह पत्र अब तक यहां के पुलिस अधिकारियों को नहीं मिला है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डीआईजी बोले- पत्र मिलने पर कुछ कहा जा सकेगा

    घटना के बाद डीआइजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने डीआइजी मुरादाबाद को पत्राचार कर पूछा था कि उत्तर प्रदेश पुलिस उत्तराखंड के काशीपुर क्यों आई थी और फिर बिना बताए क्यों चली गई थी। इस पर एसएसपी मुरादाबाद की ओर से भेजे गए एक लंबा- चौड़ा जवाब भेजा था। मगर अब तक यूएस नगर पुलिस और डीआइजी कुमाऊं को यह जवाबी पत्र नहीं मिला है। डीआइजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि मुरादाबाद पुलिस की ओर से भेजा गया जवाब नहीं मिला है। पत्र मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

    काशीपुर में UP पुलिस की दबिश के बाद मचा बवाल, पढ़ें क्या है मामला और कैसे शुरू हुआ विवाद

    गुरप्रीत के हत्यारों पर कार्रवाई की मांग की

    इधर, सहकारी समितियां यूनियन ने सीएम को पत्र भेजकर दो दिन पूर्व कुंडा में हुए गोली कांड में मृतक गुरप्रीत के कातिलों पर कार्रवाई की मांग उठाई है। समिति के कार्यकर्ताओं ने बताया कि गुरप्रीत गढ़ी नेगी समिति में क्लर्क के पद पर कार्यरत थीं। घटना में उनकी गोली लगने से मौत हो गई। आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष प्रकाश जोशी, सचिव शुभम कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमन चौधरी, मीडिया प्रभारी पंकज अरोरा, संयुक्त सचिव, अरुण सोलंकी, उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष दिलजीत सिंह आदि मौजूद थे।

    क्या हुआ था उस दिन

    घटना 12 अक्टूबर की है। यूपी की मुरादाबाद पुलिस ने काशीपुर के कुंडा में जसपुर के ज्येष्ठ उप ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर के घर दबिश दी थी। उनका कहना था कि गुरताज भुल्लर के घर में मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के खनन माफिया जफर ने शरण ले रखी है। उस पर उस वक्त 50 हजार का इनाम भी घोषित था (जिसे घटना के बाद बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया था)।

    • इस दौरान यूपी पुलिस और स्थानीय लोगों में भिड़ंत हो गई थी, जिसमें गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत भुल्लर की पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई थी।
    • इसके बाद से यूपी पुलिस और उत्तराखंड पुलिस में तकरार बढ़ गई थी। उत्तराखंड पुलिस के कुमाऊं डीआईजी ने यूपी पुलिस पर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया था।
    • कहा था कि यूपी पुलिस बिना जानकारी दिए यहां आई। उनके पास वर्दी और आई कार्ड भी नहीं था। इसके बाद घर में घुसकर फायरिंग की, जिसमें एक महिला की मौत हो गई।

    ये भी पढ़ें :

    जामिया से एमए करने के बाद खनन की दुनिया में आते ही 18 डंपरों को स्वामी हो 50 हजार का इनामी जफर

    काशीपुर फायरिंग मामले में अब सिख समाज भी भड़का, पुलिस को दिया ये अल्टीमेटम, कहा- नहीं करेंगे अस्थि विसर्जन