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    कैंपा कोला का डिस्ट्रीब्यूटरशिप के नाम पर व्यापारी से लाखों की धोखाधड़ी, जांच शुरू

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 12:56 PM (IST)

    मुंबई में, कैंपा कोला की डिस्ट्रीब्यूटरशिप के नाम पर एक व्यापारी से लाखों की धोखाधड़ी हुई है। पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई है कि डिस्ट्रीब्यूटरशिप के वादे के बदले उनसे कई किश्तों में पैसे लिए गए, लेकिन बाद में संपर्क तोड़ दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।

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    साइबर थाना पुलिस ने पंजीकृत की प्राथमिकी, जांच शुरू। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। लालपुर निवासी व्यापारी से साइबर ठगों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अधिकारी बनकर कैंपा काेला के डिस्ट्रीब्यूटरशिप के नाम पर 23 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली। इसका एहसास होते ही पीड़ित ने साइबर थाना पुलिस को तहरीर सौंप कार्रवाई की मांग की। साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

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    आइडिया कालोनी, लालपुर निवासी व्यापारी ने साइबर थाना पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा है कि उन्हेें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कैंपा कोला की डिस्ट्रीब्यूटरशिप व्यापार के लिए चाहिए था। इसके लिए उन्होंने 28 सितंबर 2025 को गूगल पर सर्च कर आनलाइन कैंपा कोला की डिस्ट्रीब्यूटरशिप देखी। वहां पर संपर्क करने के लिए उन्हें एक मोबाइल नंबर मिला। जब उसने काल कर संपर्क किया तो उन्होंने व्हाटसएप पर डिस्ट्रीब्यूटरशिप से संबंधित फार्म, टर्म एंड कंडीशन, प्रोडक्ट लिस्ट तथा एक आडियो क्लिप भेजकर लोकेशन भेजने को कहा।

    31 अक्टूबर 2025 को अप्रूवल फॉर्म भेजा गया और उनके कहने पर उसने रजिस्ट्रेशन के लिए 82010 रुपये राम कुमार के केनरा बैंक खाते पर ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्हें देहरादून मिलने के लिए बुलाया गया। देहरादून में उसे सिक्योरिटी फीस 4.60 लाख रुपये और एग्रीमेंट फीस 80 हजार रुपये जमा करने को कहा गया। उनके बताए खाते पर 4.60 लाख ट्रांसफर कर दिए। यही नहीं स्टाक के लिए 11 नवंबर को जीएसटी समेत 9.44 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए।

    11 नवंबर को उसे बताया गया कि उनका ट्रक मुंबई से देहरादून के लिए निकल गया है। बावजूद इसके ट्रक 14-15 नवंबर 2025 तक भी देहरादून नहीं पहुंचा। जब संपर्क किया गया तो वह अलग अलग बहाने बनाकर टालमटोल करते रहे। 14 नवंबर को व्हाटसएप पर महेश का फोन आया और कहा कि उनका तथा गोदाम और मार्केटिंग के चार लोगों का इंश्योरेंस होना है, इसके लिए 618940 रुपये रामकुमार के इंडियन ओवरसीज बैंक में ट्रांसफर कर दें। 17 नवंबर 2025 को रामकुमार के खाते में धनराशि ट्रांसफर कर दी। बाद में उन्होंने एक एनओसी भेजी, जिसमें कहा कि 250501 रुपये राम कुमार के खाते में ट्रांसफर कर दें, जो दूसरे दिन वापस हो जाएंगे।

    इस पर उसने रुपये ट्रांसफर कर दिए लेकिन केवल 2500 रुपये ही उसके खाते में वापस आए। इस पर उसे धोखाधड़ी का एहसास हुआ। उसने साइबर थाना पुलिस ने आरोपिताें पर कार्रवाई कर 2355451 रुपये बरामदगी की मांग की है।

    साइबर थाना प्रभारी अरूण कुमार ने बताया कि अज्ञात साइबर ठगों पर प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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