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    पेपर लीक मामले की आंच पंत विवि तक पहुंची, गिरफ्तार रिटायर्ड अधिकारी ने अपने कार्यकाल में कराई थीं 85 परीक्षाएं

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Fri, 26 Aug 2022 10:25 AM (IST)

    UKSSSC Paper Leak Case उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के रिटायर्ड असिस्टेंट एस्टेब्लिशमेंट अफसर यानी एईओ दिनेश चंद्र जोशी (Dinesh Chandra Joshi) को हल्द्वानी से गिरफ्तार किया है।

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    UKSSSC परीक्षा भर्ती घोटाला मामले में अब तक 23 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : UKSSSC Paper Leak Case : स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक की पुष्टि हुई है। मामले में जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के रिटायर्ड असिस्टेंट एस्टेब्लिशमेंट अफसर यानी एईओ दिनेश चंद्र जोशी (Dinesh Chandra Joshi) को एसटीएफ ने हल्द्वानी से गिरफ्तार किया है। जोशी कुछ साल तक देहरादून में विवि के लाइजनर अफसर थे।

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    विवि में परीक्षा सेल से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप

    विवि में स्थापित परीक्षा सेल में भी करीब दस साल डेप्यूटेशन पर तैनात थे। उनकी परीक्षा एवं प्रिटिंग प्रेस व आरआइएमए लखनऊ के कर्मचारियों से अच्छी पकड़ थी। जाेशी की गिरफ्तारी के बाद से विवि में परीक्षा सेल से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जांच की आंच में विवि के कुछ लोगों की गर्दन फंस सकती है।

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    भर्ती सेल में डेप्यूटेशन पर तैनात थे दिनेश चंद्र जोशी

    उत्तराखंड बना तो विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए परीक्षा कराने के लिए आयोग नहीं था। ऐसे में पंत विवि को कुछ विभागों में भर्ती कराने के लिए परीक्षा कराने का जिम्मा सौंपा गया। जिससे विभागीय कार्य प्रभावित न हो सके। इसी को ध्यान में रखकर विवि में भर्ती सेल का गठन किया गया। तत्कालीन एईओ दिनेश चंद्र जोशी को वर्ष, 2006 से 2010 तक सेल में डेप्यूटेशनपर तैनात किया गया।

    जोशी विवि के लाइजनर अफसर के तौर दून में भी रहे

    रिसोर्स कम होने के कारण करीब वर्ष 2015 में सेल को बंद कर दिया गया था। सेल को पुन: पिछले साल शुरू किया गया है। सूत्रों के मुताबिक कुछ साल तक जोशी विवि के लाइजनर अफसर देहरादून में थे। जो विवि की ओर से भर्ती परीक्षा व अन्य चीजाें से शासन को अपडेट करने का काम करते थे। शासन की बातें विवि को शेयर करते थे। जिससे शासन व विवि के बीच समन्वय बनाने का काम करते थे।

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    कई लोगों को भर्ती परीक्षा में करा चुके हैं पास

    लाइजनर की वजह से दिनेश चंद्र जोशी को भर्ती सेल में तैनात किया गया था। सूत्र के मुताबिक विवि के आसपास खासकर लालकुआं व हल्दूचौड़ क्षेत्र के काफी लोगों को भर्ती परीक्षा में पास कराए हैं। करीब चार साल पहले वह विवि से रिटायर्ड हुए हैं।

    जोशी के संपर्क में रहने वालों तक पहुंचेगी आंच

    परीक्षा व प्रिटिंग के कर्मचारियों में पकड़ की वजह से यूकेएसएसएसी परीक्षा तक अपनी पैठ जमा ली। कयास लगाए जा रहे हैं कि जोशी के संपर्क में रहने वालों में कई और लोगों पर जांच की आंच पड़ सकती है। हालांकि जैसे जैसे जांच आगे बढ़ती जाएगी, वैसे वैसे लोग इसकी गिरफ्त में आते जाएंगे।

    जोशी ने अपने कार्यकाल में 85 से अधिक परीक्षाएं कराईं

    पंत विवि के सेवानिवृत सहायक संस्थापना अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी की पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी ने विश्वविद्यालय की साख पर बट्टा लगाने का काम किया है। अपने कार्यकाल में जोशी ने 85 से अधिक परीक्षाएं संचालित करवाईं। जिससे उसकी निगरानी में करवाई गई जिस पर भी सवाल उठना लाजमी है।

    31 जुलाई 2018 को सेवानिवृत हुए सहायक संस्थापना अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी ने अपने संबंधों का लाभ उठाते हुए यूके एसएसएससी का पेपर हासिल कर उसे लालकुआं और हल्दूचौड़ के एक दर्जन से अधिक अभ्यार्थियों तक पहुंचाने का काम किया।

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    7 अप्रैल 2022 को परिणाम लाभार्थी अभ्यर्थियों के पक्ष में आया । अभी तक इस मामले में पकड़े गए आरोपितों ने पेपर को परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों को दिखाकर वापस ले लिया था। लेेकिन एईओ जोशी ने पेपर ही उनको सौंप दिया था। जोशी के पकड़े जाने के बाद एसटीएफ कुमाऊं का शिकंजा उन अभ्यार्थियों तक भी पहुंच गया।

    एसटीएफ ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। सोचने की बात यह है कि एईओ जोशी ने अपने कार्यकालय में 85 से अधिक परीक्षाएं संचालित करवाई जिसकी पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े हो गए है। कुमाऊं एसटीएफ को जोशी से पूछताछ में अहम सुराग हाथ लगे है। जिससे एसटीएफ कुमाऊं कई और बड़े खुलासे कर सकती है।

    मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ कुमाऊं ने इस प्रकरण से जुड़े अन्य लोगों की गिरेबा तक पहुंचने के लिए साक्ष्य एकत्र करने शुरू कर दिए है। जल्द ही और भी कई लोगों के नाम सामने आने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।