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    सौम्‍या गुरुरानी ने 30वीं रैंक तो शैलजा पांडे ने पहले प्रयास में आइएएस में हासिल की सफलता

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Sat, 06 Apr 2019 11:09 AM (IST)

    गुरुरानी खोला निवासी सौम्या गुरुरानी ने आइएएस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंकिंग में तीसवां स्थान हासिल किया है। सौम्या की इस उपलब्धि पर नगर में खुशी का माहौल है।

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    सौम्‍या गुरुरानी ने 30वीं रैंक तो शैलजा पांडे ने पहले प्रयास में आइएएस में हासिल की सफलता

    अल्मोड़ा, जेएनएन : गुरुरानी खोला निवासी सौम्या गुरुरानी ने आइएएस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंकिंग में तीसवां स्थान हासिल किया है। सौम्या की इस उपलब्धि पर नगर में खुशी का माहौल है। वहीं सौम्या ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।

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    नवीन चंद्र गुरुरानी की बेटी सौम्या ने इंटर तक की शिक्षा नगर के कूर्मांचल स्कूल से प्राप्त की। जिसके बाद उन्होंने रुड़की से बीटेक किया। इस दौरान कैंपस सलेक्शन में सौम्‍या का इन्फोसेस कंपनी में भी हुआ, लेकिन सौम्या की बचपन से ही सिविल सेवा में जाने की इच्छा थी। वर्ष 2016 में सौम्या का चयन आइपीएस के लिए हुआ। वह ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद चली गई। लेकिन इसके बाद भी सौम्या ने पढ़ाई जारी रखी। इस बार सौम्या ने आइएएस की परीक्षा में फिर से प्रतिभाग किया और उन्होंने ऑल इंडिया रैंक में तीसवां स्थान प्राप्त किया है। सौम्या के पिता नवीन गुरुरानी ने बताया कि वह बचपन से ही सिविल सेवा में जाने की इन्छुक थी। सौम्या का विवाह हो चुका है और उनके पति सौरभ बंसल दिल्ली में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में इंजीनियर हैं। जबकि मां प्राथमिक स्कूल मेहला में शिक्षिका हैं। सौम्या के पिता एसबीआइ से सेवानिवृत हो चुके हैं, जबकि भाई गौतम गुरुरानी यूएसए में पढ़ाई कर रहा है।

    पहले प्रयास में अफसर बनी नैनीताल की बेटी

    नैनीताल : शहर की बेटी ने पहले ही प्रयास में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर प्रतिभा का लोहा मनवाया है। ऊर्जा निगम में मुख्य अभियंता दीप पांडेय व नैनीताल आयुर्वेदिक अस्पताल की चिकित्सक डॉ. शोभा पांडेय की बेटी शैलजा पांडेय ने 266 रैंक के साथ परीक्षा पास की। शैलजा ने नैनीताल के प्रतिष्ठित सेंट मेरी कॉलेज से 12 वीं के बाद हमीरपुर हिमांचल प्रदेश एनआईटी से बीटेक किया। पिछले साल वह पास आउट हुईं।  कॉलेज में पढ़ाई के दौरान शैलजा ने सिविल सर्विसेज में जाने की तैयारी की। लगातार अध्ययन किया। शैलजा का भाई यथार्थ भी श्रीनगर गढ़वाल एनआईटी से बीटेक कर रहा है, जिसकी कक्षाएं जयपुर शिफ्ट हो चुकी हैं। शैलजा ने सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे युवाओं से लगातार अध्ययन करने की सीख दी है। उसने सफलता का श्रेय नाना रिटायर फूड इंस्पेक्टर पूरन चंद्र लोहनी व नानी रेवती, दादी मुन्नी के प्रोत्साहन को दिया है। चिडिय़ाघर रोड निवासी शैलजा की सफलता की खबर लगते ही बधाई देने वालों का तांता लग गया।

    पलायन व गोरखा आक्रमण पर पूछा गया था सवाल

    शैलजा के अनुसार साक्षात्कार में उत्तराखंड में पलायन की समस्या, वजह, समाधान, उत्तराखंड में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव,  अल्मोड़ा में गोरखा आक्रमण के अलावा राज्य का नाम उत्तरांचल से उत्तराखंड क्यों किया गया, यह सवाल पूछा था, जिसका बेबाकी व आत्मविश्वास से जवाब दिए। शैलजा का शौक  गिटार बजाना,  बास्केटबॉल खेलना, लेखन कार्य  रहा है।

    नमित पाठक ने यूपीएससी पास कर गाड़े सफलता के झंडे

    नैनीताल : संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में नैनीताल के होनहार नमित पाठक ने 218 वीं रैंक हासिल कर सफलता के झंडे गाड़े हैं।  नमित ने चौथे प्रयास में यह सफलता हासिल की है। मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली निवासी पूर्व बैंक अधिकारी प्रकाश पाठक व जीजीआईसी कालाढूंगी में शिक्षका हेमा पाठक के बेटे नमित ने दसवीं तक की शिक्षा 94.6 प्रतिशत अंक के साथ सेंट जोजफ कॉलेज जबकि 12 वीं सेंट थेरेसा कॉलेज हल्द्वानी से 86. 6 प्रतिशत अंक से पास की, जबकि 2010 से 2015 तक दिल्ली हंसराज कॉलेज से बीएससी व एमएससी किया। एमएससी में विषय जंतु विज्ञान रहा। नमित 2015 से ही यूपीएससी परीक्षा तैयारी में जुट गए। चौथी बार में उन्हें सफलता मिली। पिछले साल 15 अंक से वह चूक गए। नमित ने सफलता का श्रेय माता पिता को दिया है।

    मानसरोवर यात्रा पर पूछा था सवाल

    नमित से परीक्षा साक्षात्कार में उत्तराखंड से संबंधित सवाल पूछे थे। जिसमें प्रमुख सवाल था पवित्र कैलास मानसरोवर यात्रा किस जिले से जाती है। नमित का कहना है कि खुद में विश्वास रखने व लगातार मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर निराश नहीं होने को सफलता का मूलमंत्र बताया। कहा कि इस सफलता से बचपन का संजोया ख्वाब पूरा हो गया। नमित आजकल ऊंचापुल हल्द्वानी में रह रहा है। उसकी सफलता ने जिले की प्रतिभाओं को भी यूपीएससी तैयारी के लिए नई ऊर्जा प्रदान कर दी है।

    कुमाऊं की तान्या को लोवर पीसीएस में दूसरी रैंक

    हल्द्वानी : कुमाऊं की तान्या रजवार ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की अवर पीसीएस परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की है। तान्या का चयन नायब तहसीलदार पद के लिए हुआ है। काशीपुर की रहने वाली तान्या की इंटरमीडिएट तक की शिक्षा केंद्रीय विद्यालय काशीपुर से हुई। दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक की परीक्षा पास की। तान्या के पिता अमित रजवार प्राइवेट कंपनी में मैनेजर पद पर कार्यरत हैं, जबकि मां अनीता रजवार प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका हैं। तान्या का भाई तन्मय मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। दैनिक जागरण से मोबाइल पर हुई बातचीत में तान्या ने बताया कि साक्षात्कार के लिए उन्होंने दो मॉक इंटरव्यू किए थे। हल्द्वानी के शिवा आइएएस संस्थान ने साक्षात्कार की तैयारी में मदद की। इससे झिझक दूर हुई व सवालों के जवाब देने के तौर-तरीकों का ज्ञान हो गया। तान्या ने यूपीएससी की प्रवर पीसीएस परीक्षा की लिखित परीक्षा भी पास की है। मई में इसका साक्षात्कार होना है। तान्या ने बताया कि अवर की सफलता से प्रवर पीसीएस के साक्षात्कार में मदद मिलेगी।

    सत्यम के 15 छात्र लोवर पीसीसी में चयनित

    हल्द्वानी : उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित लोवर पीसीएस परीक्षा में कुमाऊं के होनहारों ने सफलता हासिल की है। शिवा आइएएस से तैयारी करने वाले गिरीश त्रिपाठी, अक्षय भट्ट, विवेक राजौरी, दिलीप सिंह, तान्या रजवार, पूजा शर्मा, बरखा जलाल का चयन नायब तहसीलदार के लिए हुआ है। शिवा आइएएस के निदेशक सत्यम राज ने बताया कि कमल भट्ट, अरुण खुल्बे, दीपा वर्मा, नंदन राम, ललित मेर, विपिन चंद्रा, संजय वर्मा पूर्ति निरीक्षक, अपराजिता पांडे परिवहन कर निरीक्षक पद के लिए चयनित हुए हैं। राज ने सफल छात्रों को बधाई दी है।

    पीसीएस में तान्या को दूसरी रैंक

    नैनीताल : उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षा का भी रिजल्ट घोषित हो गया है। इसमें कुमाऊं की तान्या रजवार ने दूसरी रैंक हासिल की है। वह काशीपुर की रहने वाली हैं। तान्या का चयन नायाब तहसीलदार पद के लिए हुआ है।

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