फीस के मकड़जाल में फंसे पैरेंट्स : प्राइवेट स्कूलों में फीस वसूलने को बने एक दर्जन से अधिक मद
प्राइवेट स्कूलों की मनमानी निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लगाने तक सीमित नहीं है। फीस के नाम पर कई तरह के शुल्क चार्ज कर अभिभावकों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : प्राइवेट स्कूलों की मनमानी निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लगाने तक सीमित नहीं है। फीस के नाम पर कई तरह के शुल्क चार्ज कर अभिभावकों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। गुरुवार को कई अभिभावकों ने वाट्सएप के जरिये इसकी शिकायत की।
शहर के कई स्कूल दस से 15 हजार रुपये तक एडमिशन फीस ले रहे हैं। एक अभिभावक ने स्कूल का फीस चार्ट भेजकर बताया कि क्लास फस्र्ट से 9200 रुपये प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है। कक्षा 11 में यह शुल्क बढ़कर 11 हजार पहुंच जाता है। यही नहीं, प्राइवेट स्कूल स्ट्रीम के अनुसार भी फीस में मनमाने दाम वसूल रहे हैं। पैरेंट्स के उपलब्ध कराए सूची के मुताबिक इंटर साइंस स्ट्रीम में 4170 रुपये मंथली फीस निर्धारित है, जबकि कॉमर्स स्ट्रीम में 3420 रुपये मासिक फीस तय है, जबकि क्लास में शिक्षक को समान रूम से पढ़ाना पड़ता है।
इस तरह के चार्ज शामिल
एडमिशन फीस, एनुअल चार्ज, ट्यूशन फीस, कंप्यूटर लैब, फिजिकल एजुकेशन, साइंस लैब, स्पोट्र्स, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास, मंथली फीस आदि।
दैनिक जागरण को बताएं अपनी शिकायत
अगर आप प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से परेशान हैं व अपनी समस्या जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाना चाहते हैं तो हमें वाट्सएप नंबर 9458302224 पर भेजें। हम आपकी पहचान गोपनीय रखेंगे।
यह भी पढ़ें : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व प्रत्याशी हरीश रावत ने तीखे सवालों का यूं दिया जवाब, पढि़ए
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।