76 सालों में हल्द्वानी निकाय से सिर्फ एक ही पहुंचे विधायक की कुर्सी तक
76 वर्षों में नगर निकाय में अध्यक्ष रहने वाले नेता एमएलए तक नहीं बन सके। केवल दो अध्यक्षों को एमएलसी बनने का मौका मिला और एक एमएलए की कुर्सी तक पहुंचे।
नैनीताल (जेएनएन) : कुमाऊं के लिए हल्द्वानी शहर वर्षों से महत्वपूर्ण रहा है। कभी मंडी के लिए प्रसिद्ध यह शहर राजनीतिक रूप से आगे बढ़ता रहा। यह तरह-तरह की राजनीतिक गतिविधियों का भी केंद्र हुआ करता था, लेकिन जब निकाय चुनाव में शामिल होने वाले राजनेताओं पर नजर डालते हैं, तो 76 वर्षों में नगर निकाय में अध्यक्ष रहने वाले नेता एमएलए तक नहीं बन सके। केवल दो अध्यक्षों को एमएलसी बनने का मौका मिला और एक एमएलए की कुर्सी तक पहुंचे। हल्द्वानी नगर पालिका में पांडे परिवार के बाद बेलवाल परिवार का सबसे अधिक दबदबा रहा। हल्द्वानी शहर एक नवंबर, 1942 को नगर पालिका के रूप में अस्तित्व में आई। इसके पहले अध्यक्ष चौधरी श्याम सिंह थे। दो बार दयाकिशन पांडे इस पद पर रहे और यह पिथौरागढ़ से विधायक रहे। तीन बार हीरा बल्लभ बेलवाल ने नगर पालिकाध्यक्ष पद संभाला। इसके बाद उनकी बहू सुषमा बेलवाल भी इस पद पर रहीं। इसी परिवार का हल्द्वानी निकाय चुनाव पर लंबे समय तक वर्चस्व रहा। केवल दो अध्यक्ष हीराबल्लभ बेलवाल व नवीन तिवारी एमएलसी बने। इसमें से नवीन तिवारी ने विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके। इसके अलावा रेनू अधिकारी भी विधानसभा चुनाव में उतरीं, लेकिन वह भी हार गईं। नगर निगम होने के बाद पहले मेयर रहे डॉ. जोगेंद्र रौतेला भी विधानसभा चुनाव में कूद गए थे। विधायक बनने का उनका ख्वाब भी पूरा नहीं हो सका।
ये रहे नगर पालिकाध्यक्ष
चौधरी श्याम सिंह - 1-11-42 से 15-3-43
मुरली मनोहर माथुर 16-3-43 से 9-9-46
दयाकिशन पांडे 28-10-46 से 30-4-52
घनानंद पांडे 28-5-52 से 31-12-53
दयाकिशन पांडे 1-1-54 से 8-6-57
हीराबल्लभ बेलवाल 19-6-57 से 14-5-57
नंदकिशोर खंडेलवाल 15-5-58 से 30-1-64
हीराबल्लभ बेलवाल 31-1-64 से 17-7-67
मो. अब्दुल्ला 25-7-67 से 31-7-68
हीराबल्लभ बेलवाल 31-7-68 से 11-8-77
नवीन चंद्र तिवारी 24-11-88 से 19-1-94
सुषमा बेलवाल 5-3-97 से 15-3-2002
हेमंत सिंह बगडवाल 8-2-2003 से 14-25 2008
रेनू अधिकारी 5-5-2008 से 21-5-2011 तक।
ये बने मेयर
डॉ. जागेंद्र सिंह रौतेला- 5-5-13- से 5-5-18 तक
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