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    बम धमाके से दहल चुकी है शिक्षानगरी रुड़की, वर्ष 2013 में हुए इस बलास्ट में कक्षा छह के छात्र की हो गई थी मौत

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 09:47 PM (IST)

    उत्तराखंड के हरिद्वार जिले रुड़की शहर में वर्ष 2013 में एक बम धमाका हुआ था, जिसमें एक छात्र की जान चली गई थी। इस घटना से पूरे शहर में दहशत फैल गई थी। पुलिस ने जांच की, लेकिन अभी तक दोषियों का पता नहीं चल पाया है।

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, रुड़की: शिक्षा नगरी भी धमाकों से अछूती नहीं रही है। छह दिसंबर 2013 को रुड़की के डीएवी ग्राउंड में शौर्य सभा के दौरान बम धमाके में राइंका के एक कक्षा छह के छात्र तुषार धीमान की जान चली गई।

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    साढ़े तीन हजार लोगों से पूछताछ एवं 1500 से अधिक सीसीटीवी खंगालने के बाद आज तक धमाका करने वालों का पता नहीं चल सका। इतना ही नहीं आतंकी संगठन सिमी पर शक जताया गया, लेकिन जांच जस की तस है।

    इसके बाद 2016 में अर्द्धकुंभ के दौरान फिर से हरिद्वार जिले को दहलाने की कोशिश की। दहशतगर्द बम फोड़ने की ट्रेनिंग ले रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उनको पहले ही धर दबोचा। आरोपित इस समय जमानत पर है।

    दिल्ली में हुए बम धमाके ने एक बार फिर रुड़की शहर में हुए बम धमाके की याद को ताजा कर दिया। साल था 2013 और छह दिसंबर का दिन था।

    हिन्दू संगठनों की ओर से तब रुड़की के डीएवी कालेज के मैदान में शौर्य दिवस पर सभा का आयोजन किया था। उस साल हुए मुजफ्फरनगर के दंगों में फायर ब्रांड बनकर उभरे दो नेताओं पूर्व विधासक संगीत सोम एवं सुरेश राणा को इस सभा में संबोधित करने के लिए आना था।

    इसी बीच शाम के तीन बजे राजकीय इंटर कालेज की छु़ट्टी हुई। तभी कालेज का कक्षा छह का छात्र तुषार धीमान सभा स्थल के पास पहुंचा।

    बताया जाता है कि यहां पर उसने एक टिफिन को छुआ ओर जोरदार धमाका हो गया। जिसमें छात्र की जान चली गई। इसके बाद पूरे प्रदेश में हड़्कंप मच गया। यहां तक की सेना को रुड़की सड़कों पर उतरना पड़ा। इसके बाद इस मामले की जांच एनआइए को दी गई।

    इस दौरान एनआइए की टीम ने साढ़े तीन हजार लोगों से पूछताछ की। 1500 से अधिक कैमरों को खंगाला लेकिन बम धमाका करने वालों का आज तक पता नहीं चल सका।

    इसके बाद हरिद्वार में कुंभ के दौरान आइएसआइएस की ओर से ट्रेन में ब्लास्ट करने की योजना थी। जिस पर दहशतगर्द अखलाक और उसके तीन अन्य साथी लंढौरा के समीप बम धमाका करने का अभ्यास कर रहे थे। जब ट्रेन गुजरती थी, तब वह धमाका करते थे।

    काफी बारूद जमा किया था लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इस बारे में जानकारी मिल गई। इसके बाद टीम ने जौरासी, लंढौरा के चार आरोपितों काे गिरफ्तार किया था। हालांकि वर्तमान में चारों जमानत पर है।

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