गजब : तहसील दिवस में मौजूद रहे 52 अधिकारी-कर्मी, 12 लोग लेकर पहुंचे अपनी फरियाद; एक भी नहीं हुई निस्तारित
तहसील दिवस में 52 अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे, फिर भी 12 फरियादियों की एक भी शिकायत का समाधान नहीं हो सका। इससे लोगों में निराशा है और तहसील दिवस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। इतनी संख्या में अधिकारियों की उपस्थिति के बावजूद समस्याओं का निस्तारण न होना प्रशासनिक सुस्ती को दर्शाता है।

तहसील दिवस रुड़की में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारी। जागरण
जागरण संवाददाता, रुड़की : शिकायतों का तुरंत निस्तारण न होने से तहसील दिवस से फरियादियों का मोह भंग हो रहा है। मंगलवार को रुड़की तहसील में आयोजित तहसील दिवस में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों की संख्या 52 रही। तहसील में 12 लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे, लेकिन एक भी शिकायत का निस्तारण नहीं हो सका।
मंगलवार को रुड़की तहसील में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इसमें न तो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट थे और न ही तहसीलदार। नायब तहसीलदार प्रवीण त्यागी की अध्यक्षता में तहसील दिवस शुरू हुआ। काफी देर तक तो फरियादी ही नहीं पहुंचे। इसके बाद नगर आयुक्त राकेश चंद्र तिवारी भी पहुंच गए।
करीब आधे घंटे तक रहने के बाद नगर आयुक्त भी यहां से निकल गए। दोपहर 12 बजे तक विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी यहां से निकलना शुरू हो गए। उपस्थिति पंजिका में विभिन्न विभागों के 52 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हस्ताक्षर थे। इसके अलावा 12 लोग शिकायत लेकर पहुंचे। हरजौली गांव की प्रधान पिंकी ने शिकायत दर्ज कराई कि गांव दो भूखंड से अवैध खनन किया जा रहा है।
वहीं, अकरम निवासी नन्हेड़ा अनंतपुर ने गांव में पानी की निकासी के लिए नाले के निर्माण की मांग उठाई। सलीम निवासी भगवानपुर चंदपुर ने सिंचाई की व्यवस्था सही नहीं होने की बात कही। इसके अलावा नसीरपुर गांव निवासी राजपाल एवं विजयपाल ने पैमाइश की मांग उठाई। हालांकि किसी भी शिकायत का मौके पर निस्तारण नहीं हो सका। संबंधित विभागों को शिकायत को निस्तारित करने के निर्देश दिए गए।

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