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    Rishikesh-Karnprayag Rail Project: ट्रायल सफल, पर रेल सेवाओं के संचालन को अभी इंतजार

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    Updated: Wed, 18 Mar 2020 03:55 PM (IST)

    ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के पहले रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश से रेल सेवाओं के संचालन पर फिलहाल संशय की स्थिति बन गई है।

    Rishikesh-Karnprayag Rail Project: ट्रायल सफल, पर रेल सेवाओं के संचालन को अभी इंतजार

    ऋषिकेश, जेएनएन। बहुप्रतिक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के पहले रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश से रेल सेवाओं के संचालन पर फिलहाल संशय की स्थिति बन गई है। कमिश्नर रेल सेफ्टी के सर्वे में रेल लाइन और स्टेशन पर कुछ खामियां मिली हैं। जिन्हें एक सप्ताह के भीतर दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। फिलहाल सीआरएस ने अभी योग नगरी ऋषिकेश को अनुमति नहीं दी है, जिससे ऋषिकेश से रेल संचालन के लिए अभी कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। 

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    लंबे इंतजार के बाद आखिर मंगलवार को मुख्य रेल सुरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक योग नगरी ऋषिकेश और वीरभद्र रेलवे स्टेशन सहित नई रेल लाइन का अंतिम निरीक्षण करने ऋषिकेश पहुंचे। प्रात: दस बजे से योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन पर उन्होंने डीआरएम मुराबाद तरुण प्रकाश और रेल विकास निगम के परियोजना निदेशक विनय सिंह सहित तमाम तकनीकी विभागों के अधिकारियों के साथ निरीक्षण शुरू किया। उन्होंने स्टेशन के प्लेटफर्मा, अंडर पास, स्टेशन मास्टर कक्ष, कंट्रोल रूम आदि का गहनता के साथ निरीक्षण किया। 
    योग नगरी ऋषिकेश से वह ओसोलेशन कार में वीरभद्र स्टेशन पहुंचे। वीरभद्र स्टेशन के निरीक्षण के पश्चात सायं पांच बजे सीआरएस ने रायवाला से योग नगरी ऋषिकेश तक इंजन सहित आठ कोच की ट्रेन के साथ स्पीड ट्रायल भी लिया। स्पीड ट्रायल के बाद बड़ी देर तक उन्होंने ट्रेन में ही रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ चर्चा की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीआरएस ने स्पीड ट्रायल के बाद मीडिया से बात करनी थी। मगर, वह बिना बात किए ही इसी इंजन और कोच से रिवर्स ट्रायल के साथ रायवाला के लिए रवाना हो गए। 
    रेल विकास निगम के अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा है। मगर, सीआरएस ने इसके साथ ही कुछ खामियों को दुरस्त करने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि सीआरएस योग नगरी ऋषिकेश पर बने प्लेटफार्म के शेड के ज्यादा फैलाव और पटरी पर अर्थिंग कनेक्टिविटी को लेकर संतुष्ट नहीं थे। संभव है कि एक सप्ताह बाद वह पुन: निरीक्षण करेंगे। सीआरएस की हरी झंडी न मिलने से फिलहाल योग नगरी ऋषिकेश से रेल सेवाओं के संचालन को झटका लगा है। माना जा रहा है कि अभी इसमें एक पखवाड़े का समय और लग सकता है। इस दौरान ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के मुख्य परियोजना प्रबंधक हिमांशु बडोनी, परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुड़ी आदि उपस्थित थे। 
    अधिकारियों को लगाई पटकार मुख्य रेल सुरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक ने योग नगरी ऋषिकेश के निरीक्षण के दौरान स्टेशन व लाइन की गहनता से जांच की। रेल पटरियों के ज्वाइंट तथा स्लीपर के अनुपात को लेकर जब उन्होंने अधिकारियों से सवाल किए तो कई अधिकारी बगलें झांकने लगे। उन्होंने रेल विकास निगम के अभियंताओं को इसके लिए कड़ी फटकार भी लगाई।
    मुलाकात को पहुंचे लोग बैरंग लौटे 
    योग नगरी ऋषिकेश का अंतिम ट्रायल लेने पहुंचे मुख्य रेल सुरक्षा आयुक्त तथा डीआरएम मुराबाद के स्वागत तथा उनसे अपनी बात रखने के लिए कई राजनैतिक दलों और परिवहन संस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधि यहां पहुंचे थे। सभी को रेलवे के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि निरीक्षण के पश्चात सीआरएस मीडिया से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह जन प्रतिनिधयों से भी मुलाकात करेंगे। मगर, सीआरएस स्पीड ट्रायल के बाद स्टेशन पर उतरे ही नहीं और इसी ट्रेन से वापस लौट गये। जिसके बाद उन्हें मिलने के लिए पहुंचे लोग बैरंग लौट गए।