Year Ender 2025: चारधाम यात्रा ने तोड़े रिकार्ड, 48.32 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन; सुविधाओं में हुआ सुधार
बेहतर प्रबंधन और सुविधाओं में सुधार के कारण इस साल चारधाम यात्रा में रिकार्ड 48.32 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। मानसून में बाधाओं के बावजूद, बदरीन ...और पढ़ें

केदारनाथ धाम।
दिनेश कुकरेती, जागरण देहरादून: बेहतर प्रबंधन और व्यवस्थाओं में सुधार के चलते चारधाम में यात्रियों की संख्या लगातार नई ऊंचाइयां छू रही है। मानसून काल में अतिवृष्टि, भूस्खलन, भूधंसाव और जगह-जगह कई-कई दिनों तक मार्ग अवरुद्ध रहने के बावजूद इस साल चारधाम में रिकार्ड 48.32 लाख यात्रियों ने दर्शन किए।
हालांकि, हर्षिल घाटी की आपदा के चलते तकरीबन एक महीने गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे बंद रहने के कारण गंगोत्री व यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या वर्ष 2024 की अपेक्षा एक लाख 27 हजार 142 कम रही, लेकिन बदरीनाथ व केदारनाथ धाम दर्शन को तीन लाख 41 हजार 602 यात्री अधिक पहुंचे। इस तरह बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष चारों धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में दो लाख 14 हजार 460 की वृद्धि हुई।
वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद चारों धाम में यात्री सुविधाओं के विकास पर खास ध्यान दिया जा रहा है। विशेषकर केदारनाथ धाम व पैदल मार्ग के पड़ावों पर यात्रियों के खाने-ठहरने की सुविधाएं बेहतर हुई हैं। स्वयं प्रधानमंत्री कार्यालय केदारपुरी में हो रहे कार्यों की मानीटरिंग कर रहा है।
वहां तीन चरणों में विकास कार्य हो रहे हैं, जिनमें दो चरण लगभग पूरे हो चुके हैं और तीसरे चरण के कार्य भी गतिमान हैं। रामबाड़ा से पुराने केदारनाथ मार्ग का भी पुनर्निर्माण हो चुका है। इसी तरह बदरीशपुरी में भी बदरीनाथ महायोजना के कार्य तेजी से चल रहे हैं।
यहां भी दो चरण के कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं और तीसरे चरण के भी संभवत: 2026 में पूरे कर लिए जाएंगे। इसके अलावा यमुनोत्री, केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्तावित रोपवे परियोजना पर भी वर्ष 2026 में कार्य शुरू होने की उम्मीद है। इसके बाद तीनों धाम की राह आसान हो जाएगी।
केदारनाथ पहुंचे सबसे अधिक श्रद्धालु
पिछले तीन वर्षों से सर्वाधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं, जबकि इससे पहले बदरीनाथ धाम सबसे अधिक श्रद्धालु पहुंचते थे। दरअसल, वर्ष 2013 की आपदा के बाद नये कलेवर में निखरी केदारपुरी का आकर्षण देशभर से श्रद्धालुओं को यहां खींच ला रहा है। खाने-ठहरने की सुविधा के साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें इसकी एक बड़ी वजह है।
फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कई बार केदारनाथ धाम आ चुके हैं और यहां मास्टर प्लान के कार्यों पर भी उनकी नजर है। हालांकि, केदारनाथ पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 16 किमी की खड़ी चढ़ाई पैदल तय करनी पड़ती है, लेकिन सुविधाओं के विकास ने इस दूरी को भी बौना कर दिया है।
धराली आपदा रोके रही गंगोत्री-यमुनोत्री की राह
इस साल उत्तरकाशी जिले की हर्षिल घाटी में धराली आदि स्थानों पर मची तबाही ने तकरीबन एक माह तक गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की राह रोके रखी। स्यानाचट्टी में लंबे समय तक यमुना नदी पर बनी झील ने भी यमुनोत्री धाम की राह अवरुद्ध की। इसके चलते वर्षाकाल के बाद दूसरे चरण की यात्रा इन दोनों धाम में फीकी रही और यहां यात्रियों की संख्या में वर्ष 2024 की अपेक्षा गिरावट दर्ज की गई।
हेमकुंड यात्रा का बना सर्वकालिक रिकार्ड
हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में मत्था टेकने के लिए इस वर्ष दो लाख 74 हजार 441 यात्री पहुंचे, जो कि अब तक का सर्वकालिक रिकार्ड है। हेमकुंड साहिब यात्रा के इतिहास में इतने अधिक यात्री इससे पहले कभी दर्शन को नहीं पहुंचे थे। यह संख्या बीते वर्ष पहुंचे यात्रियों से 90 हजार 719 अधिक है। बीते वर्ष एक लाख 83 हजार 722 यात्री हेमकुंड साहिब पहुंचे थे।
शीतकालीन यात्रा को भी मिलने लगी गति
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान के बाद उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा को भी गति मिलने लगी है। प्रदेश सरकार चारों धाम के शीतकालीन प्रवास स्थलों (योग-ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर व नृसिंह बदरी मंदिर ज्योतिर्मठ, ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ, गंगा मंदिर मुखवा और यमुना मंदिर खरसाली) के प्रचार-प्रसार में जुटी है। वहीं, स्थानीय व्यापारी, होटल व होम स्टे संचालक भी इस ओर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
बीते दो वर्षों में चारधाम पहुंचे यात्री
| धाम | वर्ष 2025 | वर्ष 2024 |
| यमुनोत्री | 6,44,637 | 7,14,755 |
| गंगोत्री | 758249 | 8,15,273 |
| केदारनाथ | 17,68,795 | 16,52,076 |
| बदरीनाथ | 16,60,224 | 14,35,341 |
| कुल | 48,31,905 | 46,17,445 |
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