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पहाड़ दरकने से सात घंटे बंद रहा त्यूणी-पुरोला हाईवे, दर्जनों वाहन रहे फंसे

त्यूणी के मैंद्रथ गांव के पास भारी मात्रा में आए मलबे के कारण त्यूणी-पुरोला हाईवे रविवार सुबह सात घंटे बाधित रहा।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 16 Mar 2020 05:36 PM (IST)Updated: Mon, 16 Mar 2020 05:36 PM (IST)
पहाड़ दरकने से सात घंटे बंद रहा त्यूणी-पुरोला हाईवे, दर्जनों वाहन रहे फंसे

देहरादून, जेएनएन। पहाड़ दरकने से त्यूणी के मैंद्रथ गांव के पास भारी मात्रा में आए मलबे के कारण त्यूणी-पुरोला हाईवे रविवार सुबह सात घंटे बाधित रहा। हाईवे अवरुद्ध होने से दर्जनों वाहन बीच रास्ते में फंसे रहे। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सूचना के बाद लोनिवि चकराता ने हाईवे से मलबा हटाने के लिए मौके पर जेसीबी भेजी तब जाकर मार्ग को किसी तरह यातायात के लिए खोला गया। हाईवे खुलने से घंटों बीच रास्ते में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। 

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सीमांत क्षेत्र के त्यूणी तहसील, चकराता, विकासनगर, देहरादून, मसूरी, जिला उत्तरकाशी के बंगाण क्षेत्र, आराकोट, मोरी, पुरोला, नौगांव, बड़कोट व हिमाचल के रोहडू, शिमला, नेरवा समेत अन्य शहर को जोड़ने वाले त्यूणी-हनोल-पुरोला हाईवे रविवार को मलबा आने से फिर बंद हो गया। हाईवे सुबह पांच बजे से 11 बजे तक बंद रहा। हाईवे अवरुद्ध होने से मैंद्रथ के पास सड़क के दोनों वाहनों की लंबी कतार लग गई। इससे सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल समेत अन्य जगह आने-जाने वाले कई वाहन बीच रास्ते में फंसे रहे। 

स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर मैंद्रथ गांव के भूठीधार में कुछ समय पहले पहाड़ को जेसीबी से खोदकर अवैध खनन किया गया था, जिसकी शिकायत लोगों ने पूर्व में लोनिवि अधिकारियों और पुलिस-प्रशासन से की थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसका खामियाजा हाईवे से गुजरने वाले सैकड़ों लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पूर्व में अवैध खनन के चलते पहाड़ को खोदकर खाई में बदल दिया। जिससे यहां बारिश होने से भूस्खलन का हमेशा खतरा बना है। भूस्खलन वाले इस जोन में तीन दिन की बारिश के दौरान हाईवे चार बार घंटों बाधित रहा। जिससे लोगों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी। 

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ग्रामप्रधान रमेश डोभाल, पूर्व प्रधान रामलाल सेमवाल, सोनू नायक, नीटू आदि ने बताया कि लोनिवि के लिए मैंद्रथ के भूस्खलन जोन भूठीधार में अगर समय रहते सुरक्षात्मक कार्य नहीं कराए गए तो बरसात में लोगों की मुसीबत बढ़ना तय है। लोगों ने लोनिवि अधिकारियों से नासूर बने मैंद्रथ के भूठीधार भूस्खलन जोन का जल्द ट्रीटमेंट करने की मांग की। 

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