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भाजपा के दो विधायकों की लड़ाई कुश्ती के अखाड़े तक पहुंची

खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच चल रही जुबानी जंग अब दंगल के अखाड़े तक पहुंच गई। इससे भाजपा की फजीहत हो रही है।

By BhanuEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 10:48 AM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 10:48 AM (IST)
भाजपा के दो विधायकों की लड़ाई कुश्ती के अखाड़े तक पहुंची
भाजपा के दो विधायकों की लड़ाई कुश्ती के अखाड़े तक पहुंची

देहरादून, जेएनएन। खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच चल रही जुबानी जंग अब दंगल के अखाड़े तक पहुंच गई। शनिवार दोपहर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन कर्णवाल से दो-दो हाथ करने नेहरू स्टेडियम में बने अखाड़े में पहुंचे, लेकिन आधा घंटे इंतजार करने के बाद वह लौट गए।

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कुंवर प्रणव का कहना था कि विधायक देशराज कर्णवाल ने उनके चैंपियन होने पर सवाल उठाया है तो वह उनके साथ कुश्ती कर इस बात को साबित भी करें। चैंपियन ने इस दौरान मीडिया के सामने कर्णवाल फिर से जुबानी हमला बोला।

विधायक कर्णवाल ने एक रोज पहले विधायक कुंवर प्रणव के चैंपियन होने पर सवाल उठाए थे। कहा था कि चैंपियन कभी गिल्ली डंडा तक नहीं खेले हैं। इस बात का जवाब देते हुए विधायक कुंवर प्रणव ने शनिवार को कर्णवाल को नेहरू स्टेडियम स्थित अखाड़े में कुश्ती के लिए पहुंचने का आमंत्रण दिया था। चैंपियन ने कहा कि देशराज कर्णवाल डर गए, उन्हें कुश्ती के लिए आना चाहिए था। उनके जाति प्रमाण-पत्र मामले में वह हाईकोर्ट जा रहे हैं। 

उधर, झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने हरिद्वार में प्रेस वार्ता कर कहा कि कुंवर प्रणव चैंपियन चार बार के विधायक हैं। उन्होंने प्रणव को रविवार सुबह दस बजे रुड़की नगर निगम पर बनी बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति के सामने आकर विकास कार्यों का ब्यौरा देने को कहा। उन्होंने कहा कि लंबे कार्यकाल में जितना विकास कार्य प्रणव ने नहीं कराया, उतना वह 22 माह के कार्यकाल में करा चुके हैं। 

विधायक देशराज ने यह भी कहा कि प्रणव के कहने पर वह सुबह साढ़े दस बजे नेहरू स्टेडियम पहुंच गए थे। आधा घंटा इंतजार भी किया, लेकिन प्रणव नहीं पहुंचे। वह कुश्ती लड़ने नहीं बल्कि विकास कार्यों पर उन्हें हराने गए थे। कुश्ती लड़ना जनप्रतिनिधियों का काम नहीं, बल्कि विकास करना उनका काम है।

विधायकों में खुलेआम रार, भाजपा लाचार

पखवाड़ेभर से हरिद्वार जिले के दो भाजपा विधायकों में नूराकुश्ती चल रही है। उनके बीच न सिर्फ जुबानी जंग छिड़ी है, बल्कि इसमें अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल हो रहा है। दोनों विधायक इस जंग में सीमाएं भी लांघने लगे हैं। कुश्ती लड़ने से लेकर दिमागी इलाज को आगरा भेजने तक की बातें हो रही हैं। साथ ही ये सवाल भी उठ रहा कि प्रकरण का पार्टी द्वारा अभी तक संज्ञान क्यों नहीं लिया गया। क्या इसे लेकर पार्टी की कोई मजबूरी है या फिर विधायकों को इसकी छूट दी गई है। 

बात चाहे जो भी हो, मगर अब भाजपा इस सबके चलते खासी असहज हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के अनुसार रविवार को वह देहरादून लौटकर इस प्रकरण का संज्ञान लेंगे। फिलहाल, दोनों विधायकों को वाणी पर संयम रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन तोड़ने की किसी को इजाजत नहीं दी जा सकती। 

खानपुर के भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच लंबे समय से जुबानी जंग चल रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान तो यह खासी तेज हो चली और दोनों जनप्रतिनधियों ने इस जंग में भाषा की मर्यादाओं का भी ख्याल नहीं रखा। स्थिति तब और अजीबोगरीब हो गई, जब विधायक चैंपियन ने विधायक कर्णवाल को कुश्ती के लिए ललकारा।

वहीं, विधायक कर्णवाल ने विधायक चैंपियन को दिमागी इलाज की जरूरत बता दी। दोनों ही एक- दूसरे के खिलाफ अभद्र शब्दों का प्रयोग करने तक से बाज नहीं आ रहे। सीमाएं लांघने वाली इस जुबानी जंग के बावजूद भाजपा की ओर से इसे संज्ञान न लिया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि उप्र में सांसद ने विधायक की पिटाई की तो वहां भाजपा नेतृत्व ने इसे तुरंत संज्ञान में लिया। 

इसके उलट यहां पखवाड़ेभर से भाजपा के दोनों विधायक भिड़े हुए हैं, मगर पार्टी ने कोई एक्शन लेने की जरूरत नहीं समझी। माना जा रहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के अल्मोड़ा सीट से लोस चुनाव लड़ने के कारण वह चुनाव में व्यस्त रहे। हालांकि, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेश बंसल ने दोनों विधायकों को नसीहत दी, मगर इसका कोई असर नजर नहीं आया। 

उधर, संपर्क करने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि वह देहरादून पहुंचकर पूरे मामले का संज्ञान लेंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों में अकारण ही इतनी कड़वाहट नहीं आनी चाहिए। दोनों विधायकों को वाणी पर संयम रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा में अनुशासन पहली सीढ़ी है और किसी को भी इसे तोड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में नियमानुसार कदम उठाए जाएंगे।

जाति प्रमाणपत्र की जांच को राजभवन जाएगी कांग्रेस

हरिद्वार जिले में भाजपा विधायकों कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच विवाद को लेकर प्रदेश के भीतर भी सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपक लिया है। देशराज कर्णवाल के फर्जी प्रमाणपत्र बनाने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस ने इस प्रकरण की जांच की मांग की है। साथ ही पार्टी जांच पर जोर देने के लिए राजभवन में भी दस्तक देगी। 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इस मामले में सत्तारूढ़ दल और सरकार दोनों को घेरा है। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाणपत्र फर्जी बताए जाने की जांच के मामले में सरकार मूकदर्शक बनी है। भाजपा विधायकों के बीच रार ने कांग्रेस को हमला बोलने का मौका दे दिया है। कांग्रेस ने इस रार के बहाने भाजपा के आंतरिक अनुशासन और सरकार को निशाने पर लिया है। 

पार्टी ने खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के जाति प्रमाणपत्र को फर्जी बताए जाने को गंभीरता से लिया है। कांग्रेस इस मुद्दा बनाते हुए अब राजभवन में भी दस्तक देगी। पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए राज्यपाल को ज्ञापन देने का निर्णय लिया है। 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जाति प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़े का विधायक का आरोप गंभीर है। सरकार को खुद ही इस मामले की जांच करानी चाहिए। उन्होंने सरकार पर इस मामले में चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया। प्रदेश संगठन के मुखिया ने कहा कि खुद को अनुशासित बताने वाली भाजपा में अनुशासन तार-तार हो रहा है। 

भाजपा के भीतर बार-बार झगड़े हो रहे हैं। पहले मंत्रियों में आपस में, फिर विधायकों के बीच विवाद ने स्पष्ट कर दिया है कि सत्तारूढ़ दल में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि भाजपा विधायक कर्णवाल के फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले की जांच को लेकर पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करेगा।

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