कार्य बहिष्कार को लेकर प्राचार्य और शिक्षक आमने-सामने Dehradun News
कार्य बहिष्कार को लेकर दून के दो सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी व डीबीएस के प्राचार्य व शिक्षक आमने-सामने आ गए हैं। दोनों कॉलेजों में शिक्षक अपनी मांग पर अड़े हैं।
देहरादून, जेएनएन। कार्य बहिष्कार को लेकर दून के दो सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी और डीबीएस के प्राचार्य व शिक्षक आमने-सामने आ गए हैं। दोनों कॉलेजों में शिक्षक अपनी मांग पर अड़े हैं, वहीं प्राचार्य शिक्षकों से कार्य बहिष्कार वापस लेने और दाखिला व कक्षाएं सुचारु रूप से चलाने को कह रहे हैं।
शिक्षक इस बात अड़े हुए हैं कि हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विवि और यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार उन्हें 12 ईएल दी जाए, पीएल को ईएल में परिवर्तित किया जाए। साथ ही एक सप्ताह तक के अवकाश कॉलेज स्तर पर स्वीकृत किए जाएं। जब तक इन तीनों मांगों पर कॉलेज प्रबंधन की ओर से लिखित आश्वासन नहीं मिलता शिक्षक कार्य बहिष्कार वापस नहीं लेंगे।
उधर, डीबीएस पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडे ने उत्तरांचल महाविद्यालय विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुक्टा) के महामंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने डीबीएस कॉलेज शिक्षक एसोसिएशन के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने कहा कि बतौर प्राचार्य उनका पहला कार्य कॉलेज प्रशासन देखना है। शिक्षकों के कार्य बहिष्कार, दाखिला प्रक्रिया ठप रखने का वह समर्थन नहीं कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने दोनों एसोसिएशन से त्यागपत्र दे दिए हैं।
उधर, डीएवी शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. यूएस राणा ने कहा कि शिक्षक यूजीसी नियम के तहत ईएल की मांग कर रहे हैं। कॉलेज प्रबंधन जब तक लिखित में इस पर स्वीकृति नहीं देता कक्षाओं का बहिष्कार जारी रहेगा।
वहीं, डीबीएस शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह ने कहा कि उनकी ईएल संबंधी मांग जब तक पूरी नहीं होती शिक्षक पीछे नहीं हटेंगे। गढ़वाल विवि शिक्षक एसोसिएशन (ग्रूटा) के महासचिव डॉ. डीके त्यागी ने कहा कि शिक्षक यूजीसी नियमों के तहत ही ईएल की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में बैठक हुई, आगे का आंदोलन ग्रूटा संभालेगा।
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