स्वस्थ रहने को पर्याप्त पोषण का रखें ध्यान, हमेशा रहें सेहतमंद Dehradun News
स्वस्थ व अच्छा खानपान न सिर्फ कुपोषण बल्कि बीमारियों से भी बचाता है। इसलिए सेहतमंद रहने के लिए पर्याप्त पोषण का ध्यान रखना आवश्यक है।
देहरादून, जेएनएन। पर्याप्त, उचित एवं संतुलित आहार अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। खराब खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और बीमारियों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है। साथ ही शारीरिक व मानसिक विकास भी बाधित होता है।
मांडूवाला स्थित डॉल्फिन इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल एंड नेचुरल साइंस में दैनिक जागरण के अभियान 'जंक फूड से जंग' के तहत आयोजित कार्यशाला में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हंस वैश्य ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि स्वस्थ व अच्छा खानपान न सिर्फ कुपोषण बल्कि बीमारियों से भी बचाता है। लेकिन, आज लोग अधिक वसा, शर्करा व नमक से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोग फल, सब्जी व रेशा युक्त आहार जैसे साबुत अनाज का सेवन नहीं करते। ये सभी कारक संतुलित आहार में योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पोषण सबके लिए आवश्यक है। हालांकि, हर व्यक्ति के लिए आवश्यकताएं अलग-अलग होती हैं।
आहार विभिन्न कारकों जैसे की उम्र, लिंग, शारीरिक गतिविधि और विभिन्न शारीरिक चरणों में पोषण की आवश्यकता पर निर्भर करता है। डॉ. वैश्य ने कहा कि संतुलित भोजन बच्चों में स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली की नींव रखता है। इससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम भी कम होता है। बाल्यावस्था शारीरिक वृद्धि के साथ-साथ मानसिक विकास और संक्रमण से लडऩे का महत्वपूर्ण समय होता है। ऐसे में बहुत आवश्यक है कि बच्चों को ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन व खनिज आदि की भरपूर खुराक मिले।
उन्होंने कहा कि कई लोग जल्दबाजी में सुबह का नाश्ता नहीं करते। जबकि नाश्ते से हमें दिन भर के लिए ऊर्जा मिलती है। सुबह नाश्ते में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें न लें। हरी सब्जियों के साथ प्रोटीन वाली चीजें खाएं। इससे पेट देर तक भरा रहेगा और बार-बार भूख नहीं लगेगी।
संस्थान की प्राचार्य डॉ. शैलजा पंत ने जागरण के इस अभियान की सराहना की। कहा कि पोषक तत्वों से न सिर्फ शरीर मजबूत होता है, बल्कि इससे बीमारियों से लडऩे की क्षमता भी विकसित होती है। ऐसे में जरूरी है कि जंक फूड कम खाएं और स्वस्थ खानपान की ओर बढ़ें।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर विपुल गर्ग ने कहा कि पोषण की कमी से शरीर कमजोर होता है और इस कारण बीमारियों का हमला होता है। बीमारियों से बचना है तो खानपान का विशेष ख्याल रखना होगा।
दुश्मन नहीं हैं वसा और कार्बोहाइड्रेट
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की डायटीशियन रिचा कुकरेती ने बताया कि कार्बोहाइड्रेट और वसा शरीर के दुश्मन नहीं हैं। शरीर को इन पोषक तत्वों की भी जरूरत होती है। आवश्यकता है तो केवल संतुलन बनाए रखने की। आहार में नियमित तौर पर डेयरी उत्पादों को शामिल करें। डेयरी उत्पादों से भरपूर मात्रा में विटामिन ए, डी, ई और के मिलता है।
इसी तरह अनाज को हमेशा सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं। फल, सब्जियां, साबुत दालें व साबुत अनाज को अपने भोजन में शामिल करें, इससे शरीर को पर्याप्त फाइबर मिलेगा। जहां तक संभव हो घर पर बना खाना ही खाएं।
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इन बातों का रखें ख्याल
-हरी सब्जियों को कम तेल मसालों में बनाएं। ज्यादा देर भूनने या पकाने से बचें।
-नाश्ते में हमेशा ब्रेड, मक्खन और परांठे ही न खाएं। रोटी, सब्जी, दलिया, दही, अंकुरित अनाज आदि का सेवन भी करें। इससे शरीर को पर्याप्त पोषण मिलेगा।
-सब्जियों को उबालने के बाद उस पानी को भी इस्तेमाल में लाएं। उबालते समय सब्जियों के 5 से 55 प्रतिशत तक पौष्टिक तत्व पानी में घुल जाते हैं।
-अगर नाश्ता करने का समय नहीं है तो मुट्ठीभर अखरोट, बादाम और काजू जरूर खाएं। ताजे फल व सब्जियों का सेवन करें।
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