सीएम बोले, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के बीच वर्ष 2024 से दौड़ेगी ट्रेन
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि करीब 16216 करोड़ रुपये की लागत वाली बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन वर्ष 2024 तक प्रारंभ हो जाएगी।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: करीब 16216 करोड़ रुपये की लागत वाली बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन वर्ष 2024 तक प्रारंभ हो जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में हुई इस परियोजना के कार्यों की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई।
बताया गया कि परियोजना तहत श्रीकोट में अस्पताल, पुल व स्टेडियम का निर्माण भी रेलवे कराएगा। यही नहीं, चारधाम को रेलवे से जोड़ने के लिए 327.11 किमी लंबी नई रेल लाइन की सिफारिश भी रेल विकास निगम लिमिटेड ने की है। इसके लोकेशन सर्वे के लिए चालू वित्तीय वर्ष में रेलवे ने 121 करोड़ का बजट अनुमोदित किया है। केंद्र सरकार के विशेष रेल प्रोजेक्ट में शुमार 125 किमी लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर 12 स्टेशन, 17 सुरंगे और 35 पुलों का निर्माण होना है।
बैठक में जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय महत्व की इस परियोजना के तहत वीरभद्र-ऋषिकेश रेल लाइन 2019-20, ऋषिकेश-देवप्रयाग 2023-24 और देवप्रयाग-कर्णप्रयाग रेल लाइन 2024-25 तक आरंभ हो जाएगी। वीरभद्र-ऋषिकेश के बीच कार्य तीव्र गति से चल रहा है। ऋषिकेश में नए रेलवे सटेशन का प्रस्ताव रखा गया है। जियो टेक्नीकल इन्वेस्टिगेशन कार्य भी 126 किमी में जारी है। मुख्यमंत्री ने पौड़ी, चमोली, टिहरी व रुद्रप्रयाग जिलों के डीएम को निर्देश दिए कि वे रेल लाइन की जद में आ रहे भूमि, मकान क्षतिपूर्ति समेत अन्य मामलों को रेलवे और मंडलायुक्त से समन्वय बनाकर निबटाना सुनिश्चित कराएं।
यह भी निर्देश दिए कि भूमि अधिग्रहण के लिए संबंधित अधिकारी व परियोजना निर्माण में बिजली की समुचित आपूर्ति के लिए ऊर्जा निगम तेजी से कार्य करे। सभी स्टेशन राज्य के पर्यटक स्थलों व पर्वतीय शैली के स्थापत्य को ध्यान में रखकर बनाए जाएं। इस अवसर पर रेल विकास निगम लि.की ओर से बताया गया कि चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री को भी रेल से जोड़ने को 327.11 किमी लंबी रेल लाइन की सिफारिश की गई है। इसकी अनुमानित लागत 43292 करोड़ रुपये है।
चारधाम के लिए नई रेलवे कनेक्टिविटी के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए इस वित्तीय वर्ष में बजट भी अनुमोदित कर दिया है। बैठक में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, प्रमुख सचिव आनंदवर्द्धन, सचिव अरविंद ह्यांकी, मंडलायुक्त शैलेश बगोली, डीएम रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल, रेल प्रोजेक्ट के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर हिमांशु बडोनी आदि मौजूद थे।
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